रायपुर. जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने बहुजन समाज पार्टी के बाद कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के साथ गठबंधन करने की घोषणा की है। सीपीआई बस्तर की दो सीटों- दंतेवाड़ा और कोंटा पर अपने प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारेगी.

रविवार को बसपा और सीपीआई के साथ आयोजित सयुंक्त प्रेसवार्ता में जनता कांग्रेस के सुप्रीमो अजीत जोगी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में बसपा और जनता कांग्रेस गठबंधन की लोकप्रियता को देखते हुए सीपीआई भी हमारे साथ शामिल हो रही है. जोगी ने कहा कि सीपीआई के शामिल होने से गठबंधन को मजबूती मिलेगी. बस्तर, सरगुजा और भिलाई में फायदा होगा. मजूदर और किसान वर्ग के बीच हमारी ताकत और बढ़ेगी. बस्तर संभाग की दो सीट कोंटा और दंतेवाड़ा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इन दोनों ही सीटों पर सीपीआई मजबूत हैं.

दोगुनी हुई महागठबंधन की ताकत

प्रेसवार्ता के दौरान  जारी संयुक्त वक्तव्य में बताया गया कि छत्तीसगढ़ में बहुजन समाज पार्टी और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के गठबंधन की  लोकप्रियता एवं भारी जनसमर्थन को देखते हुए कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया ने गठबंधन में शामिल होने का निर्णय लिया है। सीपीआई के शामिल होने से मायावती के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में बने बसपा-जेसीसीजे-सीपीआई महागठबंधन की ताकत दोगुनी हो गयी है. तीन समान विचारधारा के दलों का यह जनसमर्थित महागठबंधन अगले माह होने वाले छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में महाविजयी गठबंधन सिद्ध होगा.

अजीत जोगी होंगे मुख्यमंत्री प्रत्याशी

जारी संयुक्त बयान में सीपीआई के शामिल होने से बसपा-जेसीसीजे-सीपीआई महागठबंधन की पकड़ बस्तर सहित कई अन्य विधानसभाओं में मजबूत होने की बात कही गई, विशेषकर उन क्षेत्रों में जहाँ मजदूर वर्ग बहुसंख्या में है। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजीत जोगी बसपा-जेसीसीजे-सीपीआई महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री प्रत्याशी होंगे।

भाजपा सरकार की नीति और नियत दोनों जनविरोधी

व्यतव्य में डॉ रमन सिंह के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार की नीति और नियत दोनों जनविरोधी करार देते हुए कहा गया कि जो मुख्यमंत्री पिछले  15 वर्षों में छत्तीसगढ़ में गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने मजबूर, राज्य के 50 प्रतिशत लोगों को गरीबी के दलदल से बाहर नहीं निकाल पाया उसे मुख्यमंत्री बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।

पत्नी को मनना कठिन

प्रेसवार्ता के दौरान रेणु जोगी के सवाल पर अजीत जोगी ने कहा, अभी बहुत समय है मैं उन्हें मना रहा हूं, पत्नी को मनाना बहुत कठिन होता है. बताया गया कि महागठबंधन के मुख्यमंत्री प्रत्याशी अजीत जोगी 20 से 24 अक्टूबर तक बसपा-जेसीसीजे-सीपीआई महागठबंधन के प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार-प्रसार करने बस्तर का दौरा करेंगे. 23 अक्टूबर को कोंटा और दंतेवाड़ा में सीपीआई के उम्मीदवारों के पक्ष में भी विशाल आमसभाओं को संबोधित करेंगे.

दंतेवाड़ा और कोंटा में सीपीआई की पकड़

बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा और कोंटा विधानसभा सीटों में सीपीआई के प्रत्याशी महागठबंधन के संयुक्त प्रत्याशी होंगे. दंतेवाड़ा और कोंटा सीटों पर सीपीआई की शुरू से ही बहुत मजबूत पकड़ रही है. अविभाजित मध्यप्रदेश के समय 1990 और 1993 के चुनावों में इन दोनों सीटों पर सीपीआई ने जीत दर्ज की थी. इसके बाद 1998 के विधानसभा चुनावों में इन दोनों सीटों पर सीपीआई के प्रत्याशी दूसरे स्थान पर रहे. छत्तीसगढ़ का निर्माण होने के बाद 2003 में हुए पहले विधानसभा चुनावों में भी इन दोनों सीटों पर सीपीआई दूसरे स्थान पर रही. 2008 के विधानसभा चुनावों में दंतेवाड़ा में सीपीआई के प्रत्याशी दूसरे और कोंटा में बहुत ही नजदीकी मुकाबले में सीपीआई के प्रत्याशी मात्र 879 वोटों से कांग्रेस उम्मीदवार से हारे. 2013 के चुनावों में दोनों सीटों पर सीपीआई के प्रत्याशी तृतीय स्थान पर रहे.