रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने बाल्को राखड़ डैम के टूट कर बह जाने के कारण हसदेव नदी का पानी प्रदूषित हो जाने की घटना को साजिश मानते हुए पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग की है।

अजीत जोगी ने कहा कि डैम राखड़ से पूरी तरह भरा हुआ था। बाल्को प्रबंधन के पास और अधिक उपार्जित राखड़ को रखने के लिये कोई जगह नहीं होने के लिये षड़यंत्रपूर्वक भारी बारिश के दौरान राखड़ बांध को तोड़कर राखड़ को दोंदरो नाला के द्वारा हसदेव नदी में बहा दिया गया।

जोगी ने जानना चाहा है कि 540 मेगावाट व 1200 मेगावाट के नये विद्युत प्लांट से उपार्जित होने वाले राखड़ के लिये बाल्को प्रबंधन में किस जगह को चिन्हित किया है, इसे भी सार्वजनिक किया जाये।

जोगी ने कहा कि सम्पूर्ण कोरबा क्षेत्र विशेषकर आजाद नगर, पसाभांठा, बेलगरी नाला क्षेत्र के रहवासी लगातार प्रदूषित हो रही हसदेव नदी के पानी जिसके कारण उनके निस्तारी को लेकर एक बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। वहां के रहवासी लगातार आंदोलनरत है। उनकी समस्याओं के लिये किये जा रहे आन्दोलन को जोगी ने समर्थन देते हुए राज्य शासन से लगातार बढ़ते प्रदूषण पर लगाम लगाने की मांग की है.

उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार कोरबा क्षेत्र के लोगों की अपेक्षा बाल्को प्रबंधन को ज्यादा तरजीह दे रहा है। जो दुःखद व चिन्ताजनक है। उन्होंने कहा कि मामले की न्यायिक जांच की राज्य सरकार द्वारा तत्काल घोषणा नहीं किया जाता है तो वे स्वयं कोरबा क्षेत्र के लोगों के आन्दोलन का नेतृत्व कर बाल्को के खिलाफ एक बड़ा जन आन्दोलन  शुरु करेंगे.