बालकृष्ण अग्रवाल/गौरेला/चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट पद पर रहे प्रमोद परस्ते ने न्यायाधीश पद से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर राजनीति के मैदान में कूदने का निर्णय लिया है..परस्ते मरवाही से कांग्रेस के लिए दावेदारी करेंगे.. पिछले दिनों गौरेला दौरे पर आए भूपेश बघेल के सामने प्रमोद परस्ते ने अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस में प्रवेश लिया.. परस्ते मनेंद्रगढ़ के लोक अभियोजन केंद्र में पदस्थ थे..

प्रमोद परस्ते मूलतः मरवाही विधानसभा इलाके के निवासी हैं और उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि काफी मजबूत है..साथ ही मरवाही विधानसभा क्षेत्र में उनके नाते-रिश्तेदारों की अच्छी खासी संख्या है,इस कारण पिछले विधानसभा चुनाव के समय ही वह राजनीति में आने का मन बना चुके थे और अमित जोगी के खिलाफ भाजपा की टिकट पाने के लिए प्रयासरत थे ..लेकिन भाजपा ने समीरा पैकरा को अपना उम्मीदवार बनाकर उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया था.. पिछले कुछ सालों में प्रमोद परस्ते की राजनीतिक महत्वकांक्षा सोशल मीडिया के जरिए दिखाई देने लगी,जिसकी शिकायत मिलने पर हाईकोर्ट ने उन्हें निलंबित कर दिया था और मनेंद्रगढ़ के लोक अभियोजन केंद्र में संलग्न कर दिया था.. अब जबकि 2018 का चुनाव करीब है और जोगी की नई पार्टी बनने के बाद मरवाही में योग्य कांग्रेस उम्मीदवार की तलाश की जा रही है,ऐसे में उचित मौका मानते हुए प्रमोद परस्ते ने अपने पद से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली और राजनीति के मैदान में कूद पड़े.. माना जा रहा है कि आगामी चुनाव में मरवाही से कांग्रेस की टिकट के लिए वह प्रमुख दावेदार होंगे..