सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर. जूनियर डॉक्टर स्टाइफंड बढ़ाने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी है. जिसके लिए प्रदेश भर के मेडिकल कॉलेज में सहमति बनी है. मंत्री, DME, डीन को ज्ञापन सौंपा जा चुका है. आज से डॉक्टर काली पट्टी लगाकर सांकेतिक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.

अध्यक्ष डॉक्टर प्रेम चौधरी ने कहा, वर्तमान में प्रदेश के जूनियर डॉक्टरों को दिया जा रहा मानदेय अन्य राज्यों की तुलना में बहुत कम है, जिसके लिए हमने पिछले दो वर्षों से पत्राचार और बैठकों के माध्यम से वृद्धि के प्रस्ताव भेजे हैं. लेकिन कई आश्वासनों के बाद भी जूनियर डॉक्टर निराशा ही हाथ लगी. नैसर्गिक न्याय और सामान्य तर्क की अनूठी विडम्बना यह है कि छत्तीसगढ़ में पोस्ट पीजी बंधुआ डॉक्टरों को न केवल उनके वर्ग से कम बल्कि उनके निम्न वर्ग से भी कम मानदेय दिया जा रहा है.

स्वतंत्र गणराज्य भारत में मानवाधिकारों के हनन का एक अनूठा उदाहरण बनता जा रहा है. डॉ आफरीन शम्स कोषाध्यक्ष डॉ. राम प्रसाद, डॉ. किशोर कुमार पैकारा, ओम प्रकाश मीडिया प्रवक्ता डॉ. अरिहंत बोथरा, डॉ. प्रीतम प्रजापति सलाहकार पूर्व निदेशक चिकित्सा शिक्षा ने सचिव, छत्तीसगढ़ सरकार को पत्र क्रमांक एफ/7027 1 जनवरी 2019 को जूनियर डॉक्टरों के मानदेय और मंहगाई में वृद्धि के लिए आवेदन किया था. भत्ता के एवज में अस्थाई वृद्धि का भी प्रस्ताव किया गया था. जिसके बाद जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन ने राज्यपाल, मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, स्वास्थ्य सचिव और वित्त सचिव के साथ कई पत्राचार और बैठकें की, उन्हें समस्याओं से अवगत कराने के बाद भी कोई स्थाई समाधान नहीं हो पाया है.

बता दें कि, पिछले 4 साल से जूनियर डॉक्टरों के मानदेय में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है, जबकि सरकार ने हर वर्ग के कर्मचारियों के वेतन में अलग-अलग तरीके से बढ़ोतरी की है. राज्य के सभी जूनियर डॉक्टर, इंटर्न, बंधुआ डॉक्टर और मेडिकल छात्रों ने 17 सितंबर 2023 से विरोध प्रदर्शन करने के लिए काली पट्टी बांध रखी है और 19 जनवरी को सुबह 8 बजे से अनिश्चितकाल तक जारी है. 2023 उनके उपयुक्त अधिकारियों की अनुपस्थिति में प्राप्त करना सभी कार्यों (नियमित एवं आपातकालीन सेवाओं) का बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया है.

गुरुवार से हड़ताल में जा रहे प्रदेश भर के सभी मेडिकल कॉलेजों के जूनियर डॉक्टर हड़ताल में रहेंगे. OPD से लेकर इमरजेंसी सेवा बंद करेंगे इसकी सूचना ज़िम्मेदार अधिकारियों को दे दी गई है.