प्रमोद कुमार/कैमूर। अधौरा पहाड़ी के शांत जंगलों में बीती रात उस वक्त खलबली मच गई, जब तस्करों ने एक विशालकाय ढाई सौ किलो के सांबर को दो गोलियां मारकर मौत के घाट उतार दिया। बेचने के लिए मांस काटने की तैयारी चल ही रही थी कि तभी वन विभाग की टीम अचानक गश्त के दौरान मौके पर पहुंच गई। अंधेरे के बीच हुई इस कार्रवाई में एक तस्कर हथियार के साथ दबोचा गया, जबकि पाँच आरोपी जंगल की ओट में फरार हो गए। रात करीब 1:30 बजे जब वन विभाग की टीम अधौरा पहाड़ी पर गश्त कर रही थी, तभी सड़क किनारे एक लावारिस बाइक दिखाई दी। काफी तलाश के बाद भी किसी का पता नहीं चला। टीम बाइक को ले जाने ही वाली थी कि अचानक झाड़ियों से एक युवक निकला और बाइक को अपना बताया। इसी दौरान टीम को 5-6 लोगों के भागने की आवाज सुनाई दी।
जंगल में मिला गोलियों से छलनी सांबर
गारवा जंगल में आगे बढ़ने पर टीम के पैरों तले ज़मीन खिसक गई एक सांबर खून से सना पड़ा था। उसके पास मांस ले जाने के लिए बोड़ों की थैलियां रखी मिलीं। साफ था कि तस्कर उसे काटकर बेचने की तैयारी में थे। मौके से अधौरा गांव निवासी शकील अहमद को गिरफ्तार किया गया। टीम ने एक धारदार हथियार और एक स्कॉर्पियो भी जब्त किया है। फ़रार तस्करों की तलाश में वन विभाग की टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं।

DFO की चेतावनी
कैमूर DFO संजीव रंजन ने बताया कि जिले में यह दूसरी बड़ी शिकारकांड की घटना है। उन्होंने सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि वनजीव भी एक प्राणी हैं उनका भी जीने का हक है। ऐसी घटनाओं में पकड़े जाने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। कैमूर के घने पहाड़ों में हुई यह वारदात फिर साबित करती है कि शिकार माफिया अब भी सक्रिय हैं, लेकिन वन विभाग की सतर्कता उन्हें खुली चुनौती दे रही है।
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