Kalbhairav Jayanti 2023: भैरव की पूजा के लिए हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी पर कालाष्टमी का व्रत रखा जाता है लेकिन मार्गशीर्ष की कालाष्टमी बहुत खास हैं क्योंकि इस दिन काल भैरव अवतरित हुए थे. भगवान शिव के इस रुद्र रूप से काल भी डरता है. इसलिए इन्हें काल भैरव कहते हैं. तांत्रिक साधना में काल भैरव की उपासना खास मानी जाती हैं. वहीं कहते हैं कि काल भैरव की जिस पर कृपा है जाए उसपर कभी कोई संकट नहीं आता, मन-तन-धन की समस्या भी खत्म हो जाती है.
बाबा भैरवनाथ को प्रसन्न करने के लिए काल भैरव जयंती पर कुछ खास उपाय जरुर करें, ये भाग्य चमका सकते हैं.
काल भैरव जयंती उपाय
काल भैरव जयंती पर पांच या सात नींबू की माला बनाकर काल भैरव को चढ़ानी चाहिए. मान्यता है कि इस उपाय से हर शत्रु बाधा का नाश होता है. नौकरी या व्यापार में तरक्की के आड़े आ रहे विरोधी भी शांत रहते हैं. घर से नकारात्मकता दूर होती है. काल भैरव जयंती पर काले कुत्ते को मीठी रोटी और गुड़ के पुए खिलाएं. धन संबंधी समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए ये उपाय कारगर है. संपत्ति के साथ सफलता मिलने के योग बनते हैं.
काल भैरव जयंती पर जरुरतमंदों और असहाय लोगों को गेंहूं, गर्म कपड़े, कंबल का दान करें. रोगों को खत्म करने में ये उपाय मदद करता है,इस दिन भैरवनाथ के मंदिर में जाकर सुबह के समय कालभैरवाष्टक का पाठ करें. मान्यता है इससे बुरी शक्तियां आसपास भी नहीं भटकती. शनि, राहु-केतु जनित दोष का निवारण होता है.
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