राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने एक बार फिर गरीबों के राशन को लेकर शिवराज सरकार पर निशाना साधा है. कमलनाथ ने कहा कि 2020 के बाद अब फिर प्रदेश में गरीबों को इल्ली, फंगस और घुन लगा चावल वितरण करने का मामला सामने आया है. उन्होंने कहा कि आखिर शिवराज सरकार गरीबों का क्यों बार-बार मजाक उड़ा रही है.

दरअसल, प्रदेश में एक बार फिर कांग्रेस ने सरकार पर गरीबों को घटिया चावल बांटने का आरोप लगाया है. कमलनाथ ने एक ट्वीट कर कहा ”प्रदेश में पूर्व में भी सितंबर-2020 में ग़रीबों को जानवरो के खाने योग्य चावल के वितरण का मामला केंद्रीय दल ने पकड़ा था और उस समय ज़िम्मेदारों ने तमाम जाँच व बड़ी-बड़ी घोषणाएँ व दावे किये थे. अब फिर प्रदेश में ग़रीबों को इल्ली- फ़ंगस -घुन लगा चावल वितरण का मामला सामने आया है ? आख़िर शिवराज सरकार ग़रीबों को क्यों बार-बार मज़ाक़ उड़ा रही है ? क्यों जानवरो के खाने लायक़ चावल को ग़रीबों को वितरण के लिये भेजा जा रहा है.”

इसे भी पढ़े ः जहरीली शराब कांड मौत मामले में कांग्रेस ने गठित की जांच कमेटी, पीड़ित परिवारों से मुलाकात करेगा दल

कमलनाथ ने अपने अगले ट्वीट में कहा, ”यह बेहद गंभीर मामला है , इसकी उच्च स्तरीय जाँच हो , यदि पूर्व में ही सरकार ने ठोस कदम उठा लिये होते तो इस पर रोक लग सकती थी लेकिन ऐसा लग रहा है कि ख़ुद शिवराज सरकार व ज़िम्मेदार इन कामों को खुला संरक्षण दे रहे है.”

इसे भी पढ़े ः आबकारी मंत्री के क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से 3 की मौत, 3 गंभीर, टीआई और आबकारी अधिकारी सहित 3 निलंबित, पूर्व CM ने की उच्च स्तरीय जांच की मांग

बता दें कि 2020 में बालाघाट और मंडला के आदिवासी बाहुल जिलों में गोदामों में भरा घटिया चावल बांटने का मामला सामने आया था. इस मामले में केंद्र सरकार से शिकायत की गई थी. जिसके बाद 21 अगस्त को केंद्र सरकार ने राज्य सरकार से 30 जुलाई से 2 अगस्त तक बालाघाट और मंडला में 32 सैंपल एकत्र करने को कहा था. जिसमें 31 डिपो और एक राशन की दुकान से चावलों के सैंपल लिए गए. CGAL लैब में परीक्षण के बाद पाया गया कि सारे नमूने ना सिर्फ मानकों से खराब हैं, बल्कि वो फीड-1 की श्रेणी में हैं जो बकरी, घोड़े, भेड़ और मुर्गे जैसे पशुधन को खिलाने लायक हैं.

इसे भी पढ़े ः जहरीले जीव के काटने से दो मासूम सहित एक ही परिवार के 3 की मौत