सदफ हामिद, भोपाल। विदिशा के गंजबासौदा हादसे पर पूर्व सीएम कमलनाथ के ट्वीट पर प्रभारी मंत्री विश्वास सारंग ने पलटवार किया है। सारंग ने कहा कि कांग्रेस को लाशों पर राजनीति करने की आदत है। रेस्क्यू में देरी हुई है यह झूठा आरोप है। तत्काल जिले की एसडीआरएफ की टीम पहुंच गई थी। सीएम ने रातभर जाकर मामले को देखा एक मिनट सोए नहीं।
सारंग ने कहा, राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि कांग्रेसी बचाव कार्य मे सहयोग करें लेकिन एक टीम आई और देखकर चली गई। 24 घंटे बाद एक जांच दल आया। प्रदेश का नेता छोड़ जिला का नेता भी वहां नहीं खड़ा हुआ। आपदा में राजनीति के अवसर ढूढ़ना कांग्रेस की आदत है।
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इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने हादसे को लेकर गंभीर आरोप लगाए थे। कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा था कि अगर शिकायत मिलने पर पुलिस-प्रशासन तुरंत सक्रिय हो जाता तो हादसा टल जाता। पूर्व मुख्यमंत्री ने सरकार से मृतकों के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी के साथ ही 15 लाख रुपये और घायलों को 2 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग की है।
कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा, “गंजबासौदा कांड में गंभीर लापरवाही सामने आई है। शिकायत मिलने पर पुलिस-प्रशासन तुरंत सक्रिय हो जाता तो हादसा टल जाता। जांच में इन पहलुओं को शामिल किया जाए। राज्य सरकार प्रत्येक मृतक के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और 15 लाख रु. मुआवजा दे। घायलों को 2 लाख रु. मुआवजा दिया जाए।”
गंजबासौदा कांड में गंभीर लापरवाही सामने आई है। शिकायत मिलने पर पुलिस-प्रशासन तुरंत सक्रिय हो जाता तो हादसा टल जाता। जांच में इन पहलुओं को शामिल किया जाए। राज्य सरकार प्रत्येक मृतक के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और 15 लाख रु. मुआवजा दे। घायलों को 2 लाख रु. मुआवजा दिया जाए।
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) July 16, 2021
यह है मामला
आपको बता दें विदिशा के गंजबसौदा तहसील क्षेत्र स्थित लाल पठार में गुरुवार शाम को पानी भरने गई एक बच्चा कुएं के अंदर गिर गई। बच्ची को बचाने बड़ी संख्या में लोग पहुंचे वे भी कुएं के भीतर गिर गए। 24 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीम ने 19 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया वहीं 11 लोगों के शव भी मलबे से निकाले गए।
घटना के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिवार को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया था।
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