सदफ हामिद, भोपाल। प्रदेश की शिवराज सरकार की मुश्किलें हैं कि कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। जूनियर डॉक्टर्स, बिजली कर्मियों और नर्सों को बाद अब प्रदेश के पटवारी भी हड़ताल के रास्ते पर हैं। पटवारियों ने 10 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर दिया है।

अपनी मांगों को लेकर पटवारियों ने भी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का ऐलान कर दिया है। राजधानी सहित प्रदेश के सभी पटवारी अधिकृत वाट्सअप ग्रुपों से लेफ्ट हो गए हैं। नाराज पटवारियों ने यह भी ऐलान कर दिया है कि वे अधिकारियों के आदेश और निर्देशों का पालन नहीं करेंगे।

पटवारियों की हड़ताल से प्रदेश के राजस्व विभाग का काम-काज ठप्प हो सकता है। जिससे न सिर्फ किसानों को बल्कि आम जनता की भी दिक्कतें बढ़ सकती है। जमीन के नाप-जोख, नामांतरण, सहित सभी कार्य बंद हो जाएंगे।

ये है मांग

आपको बता दें पटवारी अपनी तीन सूत्रीय मांग को लेकर सरकार से नाराज हैं। पटवारी वेतन विसंगति, गृह जिला में पदस्थापान, नए पटवारियों के लिए सीपीसीटी की अनिवार्यता खत्म करने की मांग कर रहे हैं।

तकों के परिवार को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया था।