शब्बीर अहमद, भोपाल। लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव से पहले कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है। कांग्रेस विधायक सचिन बिरला भाजपा में शामिल हो गए हैं। वहीं सचिन बिरला के पार्टी में शामिल कराकर भाजपा ने बड़ा दांव खेला है। सचिन बिरला के माध्यम से भाजपा ने गुर्जर वोट बैंक पर निशाना साधा। बिरला के भाजपा में शामिल होने के साथ ही भाजपा-कांग्रेस के बीच एक बार फिर से जुबानी जंग तेज हो गई है। इसकी शुरुआत पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने की है।
भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेन्द्र पाराशर ने सचिन बिरला के भाजपा में शामिल होने पर दिल खोल कर स्वागत किया। वहीं कमलनाथ ने ट्वीट कर बीजेपी पर निशाना साधा।
युवा विधायक सचिन बिरला जी का बड़वाह में
भारतीय जनता पार्टी के मंच पर हार्दिक स्वागत है @BJP4MP pic.twitter.com/huTNjCGw5h— लोकेन्द्र पाराशर Lokendra parashar (@LokendraParasar) October 24, 2021
कमलनाथ ने कहा कि भाजपा ने सौदेबाजी और बोली से प्रदेश में अपनी सरकार बनाई है। विधानसभा चुनाव में भाजपा को जनता ने नकार दिया था। अब प्रदेश में हो रहे चार सीटों के उपचुनाव में भी भाजपा जनता का मूड देख चुकी है। चुनाव जीतने के लिए भाजपा एक बार फिर से सौदेबाजी कर कांग्रेस विधायकों को खरीद रही है।
भाजपा ने सौदेबाज़ी व बोली से प्रदेश में अपनी सरकार बनायी क्योंकि जनता ने तो उन्हें चुनावों में नकार दिया था , घर बैठा दिया था।
अब प्रदेश में हो रहे इन चार उपचुनावों में भी भाजपा ने जनता का मूड देख लिया है।— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) October 24, 2021
कितनी भी सौदेबाज़ी की राजनीति कर लो लेकिन आपकी यह कुर्सी अब बचने वाली नहीं है। जनता आपको नकार चुकी है। इन चुनावों में वह मुँह तोड़ जवाब देगी।
भाजपा को संभावित परिणामों का अंदेशा हो चला है। उनका जनाधार ख़त्म हो चुका है। जनता अब उनको एक पल भी सत्ता में देखना नहीं चाहती है, तो अब अपनी सरकार व खोये जनाधार को बचाने के लिये भाजपा एक बार फिर सौदेबाज़ी कर प्रदेश की राजनीति को कलंकित करने में व लोकतंत्र में जनता को मिले वोट के अधिकार का अपमान करने में लग गयी है।
भाजपा को संभावित परिणामो का अंदेशा हो चला है, उनका जनाधार ख़त्म हो चुका है , जनता अब उनको एक पल भी सत्ता में देखना नही चाहती है तो अब अपनी सरकार व खोये जनाधार को बचाने के लिये भाजपा एक बार फिर सौदेबाज़ी कर प्रदेश की राजनीति को कलंकित करने में व लोकतंत्र में जनता को मिले वोट के
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) October 24, 2021
शिवराज जी अपनी कुर्सी बचाने के लिये आप कितनी भी सौदेबाजी की राजनीति कर लो लेकिन आपकी यह कुर्सी अब बचने वाली नहीं है। जनता आपको नकार चुकी है। इस सौदेबाजी की राजनीति को इन उपचुनावों में वह मुंह तोड़ जवाब देगी।
अधिकार का अपमान करने में लग गयी है।
शिवराज जी अपनी कुर्सी बचाने के लिये आप कितनी भी सौदेबाज़ी की राजनीति कर लो लेकिन आपकी यह कुर्सी अब बचने वाली नही है क्योंकि जनता आपको नकार चुकी है और आपकी इस सौदेबाज़ी की राजनीति को इन चुनावों में वह मुँह तोड़ जवाब देगी।
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) October 24, 2021