मुंबई. कोरोना वायरस पीड़ित बॉलीवुड गायिका कनिका कपूर के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत लखनऊ में एफआईआर दर्ज कर ली गई है.

 कनिका के खिलाफ कोरोना वायरस की जानकारी छिपाने समेत आईपीसी की तीन धाराओं में हजरतगंज, सरोजनीनगर और गोमतीनगर थाने में सीएमओ की ओर से मामला दर्ज कराया गया है. पुलिस के मुताबिक कनिका कपूर के खिलाफ आईपीसी की धारा 188, 269 व 270 के तहत मामला दर्ज कराया गया है. उत्तर प्रदेश में इस समय महामारी कानून धारा 188 के तहत ही लागू है. आईपीसी की धारा 269 जानबूझकर लापरवाही बरतते हुए किसी अन्य व्यक्ति के जीवन पर खतरा पहुंचाने के लिए लगाई गई है, हालांकि ये एक जमानती अपराध है. इसमें छह महीने या इससे अधिक की सजा या जुर्माना दोनों का प्रावधान है.

गायिका कनिका कपूर की पार्टी में शामिल होने के मामले में आईबी टीम शुक्रवार को सीएमओ कार्यालय पहुंची, आईबी ने स्वास्थ्य विभाग से पार्टी में मौजूद मंत्री, नेता-अफसरों के बारे में जानकारी मांगी है. आईबी टीम ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से बंद कमरे में आधे घंटे तक बातचीत की. टीम ने सभी का रिकॉर्ड सीएमओ से मांगा है.

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बता दें कि शुक्रवार सुबह बॉलीवुड गायिका कनिका कपूर की किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में जांच के बाद वायरस की पुष्टि होने पर लखनऊ से लेकर दिल्ली तक खलबली मच गई. संपर्क में आए कई मंत्री, अफसर खुद ही घरों में क्वांरटाइन हो गए. हालात में 31 मार्च तक लॉकडाउन जैसी स्थिति घोषित कर दी गई है. दरअसल, कनिका कपूर लंदन गई थीं, वह 11 मार्च को लखनऊ लौटी थीं, विदेश से आने के बावजूद सरकार की तय एडवाइजरी को दरकिनार कर दिया. वह करीब 10 दिन तक होम क्वारंटाइन का पालन के बजाए शहर में पार्टियां करती रहीं. इसमें कई राज्यों के सांसद, विधायक, मंत्री, अफसर समेत समेत हाई प्रोफाइल लोग जुटे.

कौन कौन था कनिका की पार्टी में

कनिका की पार्टी में राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, उनके सांसद पुत्र दुष्यंत सिंह, उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, कांग्रेस के पूर्व सांसद जितिन प्रसाद, पूर्व सांसद अकबर अहमद डंपी, विधायक रघुराज प्रताप सिंह, डीजी फायर जावीद अहमद समेत अन्य उपस्थित थे.