सत्यपाल राजपूत, रायपुर। रायपुर जिले में होम आइसोलेशन में रहने वाले कोरोना मरीजों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराया है. घर में संक्रमितों की तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल पहुंचाया. जिससे कई लोगों जान बची. स्वस्थ होने के बाद लोगों ने कुशल प्रबंधन के लिए डॉक्टरों को धन्यवाद दिया. होम आइसोलेशन सेन्टर रायपुर के नोडल ए डी एम विनीत नन्दनवार ने बताया कि जिला प्रशासन ने होम आइसोलेशन के लिए नियुक्त किये गए सरकारी एवं आईएमए के चिकित्सक दिन रात कोविड 19 के मरीजों के इलाज में तत्परता से जुटे हैं. सभी चिकित्सक ना केवल अपने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र,सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं अन्य कोविड केयर सेन्टर की डयूटी कर रहे हैं, बल्कि उनको होम आइसोलेशन एप के माध्यम से सौंपे गए मरीजों की भी दिन रात सेवा कर रहे हैं.

उनको प्रथम दिवस पर दवाई बताने से लेकर, नियमित रूप से दिन में कई बार उनका ऑक्सीजन लेवल, पल्स, तापमान एवं अन्य स्वास्थ्य संबंधी जानकारी वे लेते हैं. और समय समय पर उनको चिकित्सकीय सलाह देने के साथ साथ उनका इस बीमारी के प्रति डर को हटाने के लिए परामर्श देते हैं उनका हौसला बढ़ाते हैं.

जब किसी चिकित्सक को यह आभास होता है कि मरीज के पैरामीटर्स होम आइसोलेशन के लिए अब उचित नहीं है. घर पर रहने से उसको परेशानी हो सकती है तो वे बिना देरी किये अस्सिस्टेंट नोडल अधिकारियों डॉ अंजलि नोविता एवं चन्द्रकान्त से संपर्क करते हैं. ऐसे मरीजों को बिना देरी के तत्काल हॉस्पिटल पहुंचाया जाता है.

इसके अलावा 15 सरकारी चिकित्सक होम आइसोलेशन सेन्टर में 24 घंटे शिफ्ट के अनुसार अपनी सेवाएं दे रहे हैं,,जो कंट्रोल रूम के नंबर्स पर आने वाले l मरीजों को हर प्रकार की समस्याओं का त्वरित समाधान करते हैं..एवं आपातकालीन समय पर नोडल एवं असिस्टेन्ट नोडल्स के माध्यम से मरीजों को हॉस्पिटल पहुंचवाते हैं.

केस-1

डॉ नमीरा असिस्टेंट नोडल रात को डॉ अंजलि शर्मा को कॉल करती है एक मरीज अनुपा जो की गर्भावस्था के अंतिम माह में है उन्हें असहज महसूस हो रहा है बिना देरी के असिस्टेंट नोडल अंजलि उनकी बात मेकाहारा की प्रसूति विशेषज्ञ से conference call पर कराती है. दूसरी ओर एम्बुलेंस वाली टीम से तत्काल उनके घर एम्बुलेंस भेजा जाता है. सुबह उनको नॉर्मल डिलीवरी से एक प्यारी सी बच्ची होती है. उनका पूरा परिवार होम आइसोलेशन टीम को बार बार धन्यवाद देता है.

केस-2

मनीषा वर्मा का कोविड पॉजिटिव रिपोर्ट जैसे ही उनको पता चलता है वो होम आइसोलेशन सेंटर के कंट्रोल रूम में कॉल करती हैं. बहुत घबराई हुई सी होती है उन्हें कुछ भी समझ नहीं आ रहा होता है क्या करना है. डॉ वीणा मिश्रा फोन उठाती है बहुत ही प्रेम से उससे बात करती हैं उनकी हर समस्या को सुनती है. जब मनीषा फोन रखती है उसके मन से कोविड 19 दवाइयों home islolation को लेकर को आशंका थी वो दूर हो चुकी होती है. और आज मनीषा होम आइसोलेशन पूर्ण करके स्वस्थ हो चुकी हैं.

केस-3

कोरोना पॉजिटिव मरीज सुनीता रावत उम्र 65 वर्ष के परिवार के द्वारा होम आइसोलेशन कंट्रोल रूम में काल किया गया. डॉक्टर से मरीज को हॉस्पिटल भेजने के लिए कहा गया. डॉक्टर ने सहायक नोडल अधिकारी नोविता सिन्हा को सूचित किया गया, जिनके द्वारा तत्काल मेकाहारा हॉस्पिटल मे डॉक्टर से बात किया गया. चूंकि मरीज लकवा ग्रस्त एवं बोलने मे अक्षम थी, सहायक नोडल अधिकारी द्वारा प्रति क्षण उनके परिजनों एवं मेकाहारा स्टाफ से बात किया गया, और उन्हे ICU पंहुचाया गया. जहां अभी उनका उपचार जारी है.

केस-4

रात को 2 बजे के लगभग कंट्रोल रूम में धरसींवा थाने में पदस्थ शारदा चरण शर्मा 54 वर्ष का कॉल आया कि मैं होम आइसोलेशन में हूं और मुझे सांस लेने में दिक्कत हो रही,बहुत खांसी आ रही बेचैनी लग रही. देर रात कंट्रोल रूम में तैनात सहायक नोडल अधिकारी चन्द्रकान्त राही व उनकी टीम डॉ दिनेश जायसवाल व डॉ पदम जैन ने उनसे बात करके उनको हौसला दिया.
चूंकि रायपुर से एम्बुलेंस भेजने में समय ज्यादा लगता इसलिए सहायक नोडल ने BMO धरसींवा डॉ लकड़ा से संपर्क किया तथा उन्हें समस्या बताते हुये BMO के साथ मिलकर धरसींवा स्वास्थ केन्द्र से ही एम्बुलेंस की व्यवस्था करते हुए पेशेंट को तत्काल लालपुर कोविड हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया.

केस-5

कन्ट्रोल रूम में रात करीब 1:15 बजे तिल्दा से BMO डॉ आशीष सिन्हा का कॉल आया कि एक महिला चंदा वर्मा सांस लेने में दिक्कत की वजह से हॉस्पिटल आयी थी तब टेस्ट करने पर पता चला की महिला कोरोना पॉजिटिव है व उसकी स्थिति गंभीर होते जा रही. डॉ सिन्हा ने बताया कि पेशेंट को प्राथमिक उपचार देकर उसकी स्थिति को स्टेबल कर दिया गया है लेकिन जल्द ही इन्हें रायपुर के कोविड हॉस्पिटल भेजना पड़ेगा. देर रात सूचना मिलते ही कंट्रोल रूम में ड्यूटी कर रहे सहायक नोडल चन्द्रकान्त राही व उनकी टीम डॉ पंकज तिवारी व डॉ प्रवीण चंद्राकर के द्वारा एम्बुलेंस की व्यवस्था करके पेशेंट को तिल्दा से लालपुर कोविड हॉस्पिटल में फिर लालपुर से मेकाहारा में भर्ती कराया गया. परिजनों ने प्रशासन व डॉक्टर्स को धन्यवाद दिया व उनके कार्यों की खूब प्रशंसा किया.

केस-6

उमेश्वरी कुर्रे पत्नी पप्पू कुर्रे निवासी ग्राम कोटनी मंदिरहसौद को 30 सितम्बर को रात 12:45 बजे प्रसव पीड़ा होने पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मंदिर हसौद में लाया गया. वहां पर कोरोना पॉजिटिव पाये जाने पर डॉ विजयालक्ष्मी के पास सहायक नोडल अधिकारी अंजलि का नंबर था. उन्होंने तत्काल उन्हें बताया कि ये होम आइसोलेशन की मरीज नहीं है पर अगर उनको हॉस्पिटल ना पहुंचाया गया तो परेशानी हो सकती है. असिस्टेंट नोडल अंजलि शर्मा ने ड्यूटी पर देर रात कंट्रोल रूम में तैनात सहायक नोडल अधिकारी चंद्रकांत राही को एम्बुलेंस के लिए कॉल किया और स्वयं मेकाहारा में बात करके उनके भर्ती होने की व्यवस्था करवाई. इस दौरान टीम डॉ पंकज तिवारी व डॉ प्रवीण चंद्राकर ने गर्भवती महिला के पति से बात करके यथास्थिति को जाना. चन्द्रकान्त राही ने प्रकरण की संवेदनशीलता को देखते हुए होम आइसोलेशन नोडल ए डी एम विनीत नन्दनवार को सूचना दिया.

देर रात में ही नोडल अधिकारी ए डी एम विनीत नन्दनवार के मार्गदर्शन में दोनों सहायक नोडल अंजलि एवं चन्द्रकान्त व उनकी टीम ने समस्या सुनने के 15 मिनट के अंदर ही त्वरित कार्यवाही करते हुए गर्भवती महिला को एम्बुलेंस की व्यवस्था करके मेकाहारा हॉस्पिटल पहुंचाया. मेकाहारा में डॉ सुंदरानी व उनकी टीम के सार्थक प्रयास से रात 3 बजे के लगभग गर्भवती महिला ने एक खूबसूरत से पुत्री को जन्म दिया. महिला के पति ने कंट्रोल रूम में फ़ोन करके प्रशासन व डॉक्टर्स का आभार जताया व विपदा के समय तुरंत सहायता करने के लिए धन्यवाद दिया. ऐसे ही कई मरीजों की मदद होम आइसोलेशन टीम द्वारा नियमित रूप से किया जा रहा है.