प्रियंका साहू, रायपुर। देशभर में आज करवा चौथ का पर्व पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया गया। राजधानी रायपुर में भी इस पावन अवसर पर पारंपरिक आस्था और आधुनिक अंदाज़ का सुंदर संगम देखने को मिला। कहीं महिलाओं ने माता पार्वती की पूजा कर अपने पति की लंबी आयु की कामना की, तो कहीं शादीशुदा जोड़ों ने संगीत, रोशनी और उत्सव से सजी शाम का आनंद लिया।

पंजाबी समाज में पारंपरिक पूजा और आस्था का माहौल रायपुर के जोरा स्थित पंजाब केसरी भवन में पंजाबी समाज की ओर से करवा चौथ पूजा का भव्य आयोजन किया गया। सैकड़ों महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में एकत्र हुईं और माता पार्वती की पूजा-अर्चना कर अपने पतियों के दीर्घायु की कामना की। महिलाओं ने दिनभर निर्जला व्रत रखा और शाम को कथा-पाठ व आरती के बाद चांद का दीदार कर व्रत खोला।

कार्यक्रम में धार्मिक अनुष्ठानों के साथ-साथ मनोरंजक गतिविधियां भी आयोजित की गईं जिनमें हाउजी, लकी ड्रॉ जैसे गेम्स शामिल थे। विजेताओं को मंच पर पुरस्कार और गिफ्ट्स देकर सम्मानित किया गया। इसके साथ ही समाज की ओर से विशेष श्रेणियों में सम्मान भी दिए गए ‘अर्ली बर्ड्स’, ‘बेस्ट ड्रेस’, ‘करवा चौथ क्वीन’, और शादीशुदा जोड़ों को उनके पहले, 25वें और 50वें करवा चौथ के अवसर पर विशेष पुरस्कार और सम्मान प्रदान किए गए। महिलाएं गुलाबी और नीली साड़ियों में सजी, हाथों में मेहंदी और थाली में सजावट लिए नज़र आईं। अलीशा, व्रती, और तृषा-सौरभ हांडा दंपत्ति सहित कई प्रतिभागियों ने इस पर्व को “प्यार और विश्वास का प्रतीक” बताया।

SN पैलेस में ‘करवा चौथ नाइट 2025’ — परंपरा और आधुनिकता का संगम

वहीं रायपुर के SN पैलेस में हैप्पी फैमिली ग्रुप की ओर से ‘करवा चौथ नाइट 2025’ का भव्य आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम में सैकड़ों शादीशुदा जोड़े शामिल हुए — किसी का यह पहला करवा चौथ था, तो कोई अपना 40वां करवा चौथ मना रहा था। शाम संगीत, डिनर और लकी ड्रॉ से सराबोर रही।
लकी ड्रॉ में विजेता महिला को हीरे की अंगूठी और विजेता पुरुष को सोने का सिक्का भेंट किया गया। पूरे आयोजन में गीत, नृत्य और खुशियों का माहौल बना रहा। कार्यक्रम के अंत में सभी व्रतधारी महिलाओं ने चांद के दर्शन कर अपना उपवास खोला, और अपने जीवनसाथी के साथ इस यादगार रात को कैमरे में कैद किया।

आयोजकों जेपी अग्रवाल, संजय अग्रवाल और प्रतिभागी पूजा-दीपक अग्रवाल ने कहा कि “करवा चौथ न सिर्फ़ एक व्रत है, बल्कि यह रिश्तों में प्यार, विश्वास और अपनापन बढ़ाने वाला उत्सव है।”