प्रदीप गुप्ता, कवर्धा। डोनेश राणा अपहरण हत्याकांड मामले में आरोपियों के गिरफ्तार होने के एक महीने बाद नया मोड़ सामने आया है. पुलिस ने जिस कंकाल को बरामद कर जांच के लिए भेजा था उस रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है. वह हड्डी बच्चा डोनेश का नहीं, बल्कि बंदर का है. अब पुलिस फिर से बच्चे के तलाश में जुट गई है. वही हड्डियों को दोबारा जांच के लिए रायपुर लाया जाएगा. मामला कवर्धा जिले के सहसपुर लोहारा थाना अंतर्गत ग्राम बिरोडा का है.

लोहारा टीआई मुकेश यादव का कहना है कि राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज में हड्डियों को जांच के लिए भेजा गया था, जहां डॉक्टरों ने इसे इंसान की हड्डी होने से इनकार कर दिया है. डॉक्टर इस कंकाल को बंदर या जानवरों की हड्डी बता रहे हैं. अब हड्डियों को रायपुर जांच के लिए भेजा जाएगा.

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ये है पूरा मामला

26 दिसंबर 2019 की शाम 9 वर्षीय डोनेश राणा अपने घर के बाहर अपने दोस्तों के साथ बैडमिंटन खेल रहा था. जिसे आरोपी हेमन्त पाली बहला फुसलाकर गांव के स्कूल अंदर ले गया, जहां पर इनके अन्य साथी पहले से मौजूद थे. आरोपी अपहृत बालक के मुंह में सेलो टेप लगाने लगे. उसी दौरान राणा चिल्लाकर आवाज करने लगा तो पकड़े जाने के डर से आरोपियों ने गमछा से बालक का गला दबाकर एवं पत्थर से कुचलकर हत्या कर दिया. इसके बाद शव को बोरा में भरकर ग्राम टाटावाही के बाहर ग्राम धनौरा रोड़ किनारे घुरूवा में दबा दिया.

अपहरण और हत्या मामले में पुलिस ने घटना के 36 दिन बाद तीन आरोपियों को गिरफ्तार भी किया था. आरोपियों ने अपना जुर्म कबूलते हुए बताया था कि पैसे की लालच में आकर इस घटना को अंजाम दिया था. वहीं पुलिस ने आरोपियों के निशानदेही पर डोनेश राणा के कपड़े, जुट का बोरा, कंबल और पास के जंगल से कुछ हड्डियां भी बरामद कर लिया था.