प्रदीप गुप्ता,कवर्धा। जिला पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के शरहद बैगा बाहुल्य इलाके से दो इनामी नक्सलियों को गिरफ्तार किया है. जिसमें एक महिला नक्सली शामिल है. इन दोनों नक्सलियों की स्वास्थ्य खराब थी और कोरोना संक्रमित भी हैं.

छत्तीसगढ़ सीमावर्ती इलाके में नक्सलियों की आने की सूचना मिली थी. मामले को गंभीरता से लेते हुए डीआरजी और पुलिस की संयुक्त टीम ने जिले के बीहड़ जंगल में रवाना हुए, जहां घेराबंदी कर दोनों नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया. जिसमें एक महिला नक्सली शामिल है.

प्लाटून नम्बर दो देवाकर कमांडर 8 लाख इनामी और महिला प्लाटून नम्बर 2 की सदस्य पर 4 लाख रुपए का इनाम था. इनके पास से दैनिक उपयोगी सामान और वर्दी बरामद किया गया है. फिलहाल दोनों नक्सली कोरोना से संक्रमित है और कोविड हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है.

इसे भी पढ़ें- लालच में फंसी लड़कियां: चकाचौंध भरी जिंदगी का सपना दिखाकर कराया जाता था देहव्यापार, 2 युवती समेत 4 गिरफ्तार

सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार दोनों नक्सलियों की स्वास्थ्य खराब थी. जिसके चलते नक्सलियों ने अपने संगठनों के बीच में रहने से मना कर दिया था. नक्सलियों को कोरोना होने की पहले से आशंका थी. जिस कारण से दोनों को अपने संगठन, ठिकाने और गांव से दूर रखा था. दोनों गांव से दूर एक झोपड़ी में रहकर दिन काट रहे थे.

इससे पहले भी पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो चुकी है. जिसमें शामिल होने की आशंका जताई जा रही है. जिले में 250 से ज्यादा नक्सली सक्रिय है. जिसमें महिला नक्सली भी शामिल है. इनके आलावा और भी नक्सली कोरोना से संक्रमित होने की आशंका जताई जा रही है. ये नक्सली गांव के झोलाछाप डॉक्टर से छिपकर इलाज करा रहे हैं.

इसे भी पढ़ें- शराब तस्करी मामला: दो मंत्रियों से जुड़े आरोपियों के तार ! 

एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि जब पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया, तो दोनों का स्वास्थ्य खराब था. जिसके बाद दोनों का कोरोना टेस्ट कराया गया. दोनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. बरहाल दोनों का कोविड सेंटर में इलाज जारी है. कोरोना से संक्रमित होने के कारण से दोनों से पूछताछ नहीं हो पाई है. ठीक होने के बाद पूछताछ करने पर कुछ बड़ा खुलासा हो सकता है.

इसे भी पढ़ें- ‘लाल आतंक’ में कोरोना का खौफ: सरेंडर किए गए 2 नक्सली मिले पॉजिटिव, अस्पताल में भर्ती 

वही पुलिस अधीक्षक शलभ सिंहा ने नक्सलियों से अपील की है कि जो भी नक्सली कोरोना पॉजिटिव है, वो नक्सली आत्मसमर्पण करते है, तो इनकी इलाज पुलिस विभाग कराएगी. हालांकि कई जिलों में नक्सली कोरोना के डर से सरेंडर कर रहे हैं.

read more- Corona Horror: US Administration rejects India’s plea to export vaccine’s raw material