रायपुर। विधानसभा में अनुदान मांगों पर चर्चा का जवाब देते हुए केदार कश्यप ने कहा कि जिन स्कूलों को पिछले साल बंद किया गया था, उनमें कुछ स्कूलों को अगले सत्र से खोलने पर विचार किया जा रहा है. शिक्षा गुणवत्ता अभियान में सारे अधिकारी स्कूलों तक जा रहे हैं. ये एक साल का काम नहीं है.
केदार कश्यप ने कहा कि असर की रिपोर्ट में दिखाई देता है कि हमारे स्कूलों की स्थिति बेहतर हो रही है. स्कूलों में मुस्कान पुस्तकालय चालू किया गया है. बाल कैबिनेट भी कुछ स्कूलों में गठित किया गया है. उन्होंने कहा कि शिक्षकों को लगातार ट्रेनिंग दी जा रही है. अब बॉयोमेट्रिक पद्धति से शिक्षकों की हाजिरी लगाई जा रही है.
केदार कश्यप ने जानकारी दी कि 60 पोटा केबिन में 60 हजार से ज्यादा बच्चे शिक्षा पा रहे हैं. सरस्वती साइकिल योजना से बालिका शिक्षा 65 से बढ़कर 99 प्रतिशत हो गई है. मंत्री ने कहा कि आप आदिवासी-आदिवासी चिल्लाना बंद करो, चिल्लाने से कुछ नहीं होता. आपने उनके लिए काम नहीं किया. उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि आप लोग बूढ़े शेर की तरह हैं, अभी उनको लुभा रहे हैं, नजदीक आते ही झपट्टा मारोगे. उन्होंने कहा कि आपलोगों ने अपने समय में आदिवासियों के मुंह पर कालिख पोतने का काम किया. बहिगांव में आदिवासी महिला को नग्न कर मारा गया था. विपक्ष ने झलियामारी की घटना याद दिलाई.
आदिवासियों को प्रताड़ित करने के विपक्ष के आरोपों पर मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि कांग्रेस की सरकार में आदिवासियों को सिर्फ नचाया जाता था, बीजेपी की सरकार उन्हें आईएएस बना रही है.