नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में रहने वाले लोगों का सफर और आरामदायक होने जा रहा है. अपने लोगों को सार्वजनिक परिवहन में और अधिक सहूलियत देने के उद्देश्य से केजरीवाल सरकार 1 हजार 950 नई बसें खरीदने जा रही है. सीएम अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई. यह बसें अगस्त-सितंबर से आनी शुरू हो जाएंगी और अगले साल सितंबर तक सभी बसें आ जाएंगी. इसमें 1500 इलेक्ट्रिक और 450 सीएनजी एसी बसें शामिल होंगी.

दिल्ली के परिवहन बेड़े में 7200 से अधिक बसें

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वर्तमान में दिल्ली के परिवहन बेड़े में 7200 से अधिक बसें हैं. दिल्ली के इतिहास में 7200 बसें भी आज तक कभी नहीं रही थीं. दिल्ली को करीब 11 से 12 हजार बसों की जरूरत है. हम दिसंबर 2024 तक यह लक्ष्य हासिल कर लेंगे. इसके लिए जल्द ही 4,880 बसें और खरीदने के लिए टेंडर जारी किया जाएगा. इसके अलावा, दिल्ली के ट्रांसपोर्ट सेक्टर को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बनाया जाएगा. इसके तहत सभी ट्रांसपोर्ट के साधनों को इंटीग्रेट किया जाएगा.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल

दिल्ली में अब इंटरनेशनल लेवल का होगा ट्रांसपोर्ट सेक्टर- अरविंद केजरीवाल

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कैबिनेट में ट्रांसपोर्ट को लेकर लिए गए निर्णय के बारे जानकारी देते हुए कहा कि दिल्ली में शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली और कई क्षेत्रों में जबरदस्त सुधार करने के बाद दिल्ली सरकार अब ट्रांसपोर्ट सेक्टर को लोगों के लिए आरामदेह और अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बनाने जा रही है. लोगों के आरामदायक सफर और दिल्ली के मौसम को ध्यान में रखते हुए खासकर इलेक्ट्रिक और एसी बसें से खरीदी जा रही हैं.

ये भी पढ़ें: MCD चुनाव के लिए परिसीमन और चुनाव की तारीख जल्द से जल्द पेश करे केंद्र सरकार: AAP

लगभग 4,880 बसों के टेंडर अलग से दिए जा रहे- केजरीवाल

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि लगभग 4,880 बसों के अलग से टेंडर दिए जा रहे हैं. अगले 2-3 साल के अंदर कई बसें पुरानी हो जाएंगी और उनकी लाइफ खत्म हो जाएगी, इसलिए उन बसों को हटाना पड़ेगा. इन सबको जोड़-घटाकर दिसंबर 2024 तक हमारे पास दिल्ली की सड़कों पर 11,910 बसें होंगी. यह 11,910 बसों की संख्या दिल्ली की आवश्यकता के अनुरूप है. दिल्ली को करीब 11 से 12 हजार बसों की जरूरत है. दिसंबर 2024 तक हम अपना लक्ष्य पूरा कर लेंगे कि हमारे पास करीब 11 हजार 910 बसें होंगी.

हमारे पास अब तक का सबसे अधिक इलेक्ट्रिक बस बेड़ा होगा- कैलाश गहलोत

दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने ट्वीट कर कहा, ‘‘दिल्ली को बहुत-बहुत बधाई! दिल्ली कैबिनेट में माननीय सीएम अरविंद केजरीवाल ने आज 1950 लो फ्लोर एसी अत्याधुनिक बसों (1500 इलेक्ट्रिक और 450 सीएनजी बसों) को खरीदने की मंजूरी दी है. दिल्ली का बस बेड़ा पहले से कहीं अधिक बढ़ रहा है और 2 साल से भी कम समय में हमारे पास अब तक का सबसे अधिक इलेक्ट्रिक बस बेड़ा होगा.’’

इलेक्ट्रिक बसों के लिए तैयार किए जाएंगे 28 डिपो

दिल्ली के परिवहन बेड़े में आने वाले दिनों में बड़ी संख्या में इलेक्ट्रिक बसों को शामिल किया जाएगा. इन बसों के अनुकूल डिपो बनाया जाएगा. पहले चरण में 28 डिपो का चयन किया गया है. इनमें से 3 डिपो मुंडेला कलां, रोहिणी सेक्टर-37 और राजघाट-2 को पहले ही पूरी तरह से तैयार कर दिया गया है. यहां से 300 इलेक्ट्रिक बसों को संचालित किया जाएगा. इसके साथ ही राजघाट डिपो को भी कुछ ही सप्ताह में इलेक्ट्रिक बसों के लिए तैयार कर लिया जाएगा. वहीं, परिवहन विभाग एक मल्टी लेवल पार्किंग भी बना रही है, जिसमें 300 से 400 बसें खड़ी हो सकती हैं. इसमें इलेक्ट्रिक बसें भी होंगी.

ये भी पढ़ें: मंगोलपुरी इलाके की केमिकल फैक्ट्री में लगी भीषण आग, फायर ब्रिगेड की 26 गाड़ियों ने पाया काबू

दिसंबर 2024 तक सार्वजनिक परिवहन बेड़े में बसों की संख्या 11,910 होगी

दिल्ली परिवहन बेड़े में फ्लीट बसों की संख्या 7200 से अधिक है, जिसमें डीटीसी के 3900 बसें और क्लस्टर 3300 बसें हैं. इसमें डीटीसी की 150 इलेक्ट्रिक बसें अगले महीने तक जुड़ जाएंगे. इसके साथ ही कैबिनेट मीटिंग में 1500 इलेक्ट्रिक बसों और 450 सीएनजी बसों को खरीदने की मंजूरी मिली है, जबकि 330 इलेक्ट्रिक बसों को मंजूरी मिलनी है. इसके साथ ही क्लस्टर में 4,880 बसों का टेंडर जारी होना है. वहीं 2600 बसों का अगले दो साल में समय सीमा खत्म हो रहा है, जिसे घटाने के बाद दिल्ली के परिवहन बेड़े में दिसंबर 2024 तक 11,910 बसों का आंकड़ा पहुंच जाएगा.

1500 इलेक्ट्रिक बसों और 450 CNG AC बसों को इन डिपो से किया गया संचालित

कैबिनेट मीटिंग में 1500 इलेक्ट्रिक बसें और 450 सीएनजी एसी बसों के खरीदने की मंजूरी दी गई है. 1500 इलेक्ट्रिक बसों में से 100 बसों को रोहिणी डिपो-1 से, 100 बसों को रोहिणी डिपो-2 से, 100 बसें मायापुरी डिपो से, 160 बसें हसनपुर डिपो से, 175 बसें सुभाष प्लेस डिपो से, 125 बसें सुखदेव विहार डिपो से, 130 बसें वजीरपुर डिपो से, 70 बसें बंदा बहादुर मार्ग डिपो से, 70 बसें नेहरू प्लेस डिपो से, 150 बसें कालकाजी डिपो से, 120 बसें नरायणा डिपो से और 200 बसें सावड़ा घेवरा डिपो से संचालित होंगी. इसके अलावा, 450 क्लस्टर बसें जो 10 अक्टूबर तक हटा दी जाएगी. इसके बदले आने वाली 450 सीएनसी एसी बसों को खंजावाल डिपो, सुनहरीपुल्ला डिपो और बंदा बहादुर मार्ग डिपो से संचालित किया जाएगा.

बसों की प्रमुख विशेषताएं

– सुलभ- दिव्यांगों के लिए भी आरामदायक, एसी लो फ्लोर बसें होंगी

– महिलाओं के लिए मुफ्त टिकट और पास

– सस्टेनेबल- सीएनजी/इलेक्ट्रिक- जीरो स्मोक, जीरो नॉइज- पूरी तरह से बीएस VI कंप्लेंट

– स्मार्ट- सभी बसें जीपीएस सक्षम- डिजिटल टिकटिंग, संपर्क रहित टिकटिंग

– सुरक्षित, सीसीटीवी, पैनिक बटन, हूटर सभी टू-वे सेंट्रलाइज्ड कमांड और कंट्रोल सेंटर से जुड़े हुए हैं.

इसके अलावा, सभी आगामी डिपो पूरी तरह से विद्युतीकृत होंगे. 2023 तक 300 से अधिक क्षमता वाले 2 मल्टी लेवल बस डिपो बनाए जाएंगे.