दिल्ली। पूरा देश इस वक्त बुरी तरह से नफरत के दौर में पहुंच गया है। सोशल मीडिया पर लोग एक दूसरे के खिलाफ जहर उगलने से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसे में केरल की एक मस्जिद में भाईचारा और सौहार्द की मिसाल पेश की गई है।
केरल के अलपुझा जिले के कयाकुलम इलाके में एक महिला के पास अपनी बेटी अंजू की शादी करने के पैसे नहीं थे। जब ये बात मस्जिद कमेटी के लोगों को पता चली तो उन्होंने हिंदू लड़की की शादी की पूरी जिम्मेदारी अपने सिर उठा ली। मस्जिद में हुए इस विवाह में मंत्र पढ़े गए और जोड़े ने आग के समक्ष सात फेरे लिए। दुलहन अंजू और दूल्हे शरत ने एक-दूसरे को माला पहनाई। मस्जिद परिसर में मौजूद पंडित ने विधि-विधान से दोनों की शादी कराई।
इतना ही नहीं मस्जिद कमेटी ने शादी में वर वधू को उपहार भी दिये और जीवन यापन के लिए दो लाख रूपये भी नव दंपति को दिये। शादी में करीब एक हजार लोगों के खाने का इंतजाम किया था। नफरत के इस दौर में केरल की मस्जिद ने सांप्रदायिक सौहार्द्र का शानदार उदाहरण पेश किया है। जिसकी हर कोई खुले दिल से तारीफ कर रहा है।