इमरान खान,खंडवा। जिले में “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” अभियान का असर दिखाई देने लगा है। यही वजह है कि खंडवा जिले में बेटियों की जन्मदर पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा है। यहां पर एक हजार बेटों पर 1272 बेटियां जन्म ले रही हैं। प्रदेश में दूसरे नंबर पर भोपाल है। यहां पर एक हजार बेटों पर 1261 बेटियां जन्म ले रही हैं। वहीं दतिया और सतना जिले बेटियों की जन्मदर के मामले में सबसे निचले पायदान पर है। यह खुलासा नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे ( एनएफएचएस-5 ) की रिपोर्ट में हुआ है। प्रदेश के 30 जिलों में पिछले सर्वे के मुकाबले इस बार बेटियों की जन्मदर में सुधार हुआ है, जबकि 21 जिलों में बेटियों की जन्मदर में गिरावट आई है। प्रदेश के 17 जिले ऐसे हैं जहां बेटियों की जन्मदर प्रति हजार से भी ज्यादा है।

खण्डवा में स्वास्थ्य विभाग सोनोग्राफी सेंटर पर दो बेटियों के जन्म के बाद तीसरे प्रसव में 20 सप्ताह के भीतर जांच कराने वाले दंपती की जानकारी लेकर उनकी छानबीन करता है। ताकि सोनोग्राफी जांच कराने वाले ऐसे परिवारों के गर्भपात कराने की जानकारी मिल सके। वहीं स्वास्थ्य विभाग जिले में गर्भपात के आंकड़ों की लगातार निगरानी कर रहा है, ताकि कन्या भ्रूण हत्या जैसी स्थितियों को समय रहते भांपाकर रोका जा सके। लक्ष्मी डोडवे- इंचार्ज महिला चिकित्सक खण्डवा ने बताया कि महिलाओं की अच्छे से देखभाल के साथ ही आधुनिक तकनीक की मशीनों से जांच की जा रही है। जिसे लोगों में बेटी के प्रति अब पहले से ज्यादा जागरुकता आ रही है। यही वजह है कि आज लोग बेटी होने पर बेटे से ज्यादा खुशी माना रहे हैं।

बेटी के पिता दीपक सोनी ने कहा कि लोगों का नजरिया अब बेटियों के प्रति बदल रहा है। लोग बेटी होने पर बेटे से ज्यादा खुशी मना रहे हैं। लोगों का मानना है कि जो काम बेटा कर सकता है वह काम और अच्छे से बेटी कर सकती है।

कलेक्टर अनय द्विवेदी ने कहा कि बेटा – बेटी एक समान हैं, इस तरह की जागरुकता समाज में फैला रहे हैं । बेटियां हर क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। इस तरह के अहसास दिलाकर बता रहे हैं कि बेटी होना एक वरदान है। खंडवा के जनप्रतिनिधियों और सोनोग्राफी केंद्रों के संचालकों के प्रयासों से यह संभव हुआ। भविष्य में भी इसी तरह जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रयास करेंगे। सरकार की जो बेटियों के लिए योजनाओं चल रही है इसका फायदा भी लोगो को मिल रहा है।

बेटियों की जन्मदर वाले टॉप फाइव जिले
खण्डवा 1272
भोपाल 1261
आगर मालवा 1212
सिवनी 1212
झाबुआ 1156
मंडला 1130