Khatu Shyamji: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपने जन्मदिन के अवसर पर 14 दिसंबर को पूंछरी में आयोजित एक भव्य सभा में खाटू श्यामजी के दरबार के भव्य निर्माण के लिए 100 करोड़ रुपये की परियोजना की घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने गोवर्धन परिक्रमा विकास परियोजना का शिलान्यास भी किया, जो न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होगी बल्कि प्रदेश के पर्यटन और विकास में भी योगदान करेगी।
खाटू श्यामजी के लिए होगा भव्य दरबार का निर्माण
मुख्यमंत्री ने खाटू श्यामजी के मंदिर के विस्तार और वहां के दरबार के निर्माण के लिए 100 करोड़ रुपये की स्वीकृति का ऐलान किया। इस परियोजना का उद्देश्य श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं प्रदान करना और इस धार्मिक स्थल को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक प्रमुख स्थल के रूप में स्थापित करना है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि राज्य सरकार ने प्रमुख धार्मिक त्योहारों जैसे होली, दीपावली, शिवरात्रि और राम नवमी पर रोशनी सजाने, फूलों से सजावट, और अन्य आवश्यकताओं के लिए भी बजट का प्रावधान किया है।
गोवर्धन परिक्रमा विकास परियोजना
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने गोवर्धन परिक्रमा विकास परियोजना का शिलान्यास किया, जिसका उद्देश्य गोवर्धन क्षेत्र के धार्मिक स्थलों के विकास के साथ-साथ पर्यटकों के लिए बेहतर सुविधाएं प्रदान करना है। इस परियोजना से इस क्षेत्र की आध्यात्मिक महत्ता और भव्यता में इजाफा होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परियोजना राज्य में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगी और यहां आने वाले श्रद्धालुओं को सर्वोत्तम सुविधाएं मिलेंगी।
मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से उद्योगपति अनिल अग्रवाल का धन्यवाद किया, जिनके सहयोग से यह परियोजना संभव हो सकी। उन्होंने कहा, “गिर्राज जी के प्रति उनकी गहरी श्रद्धा है और उन्होंने इस क्षेत्र के विकास के लिए भरपूर सहयोग किया है। मुझे पूरा विश्वास है कि यह परियोजना हमारे इस पवित्र स्थल को और अधिक आध्यात्मिक सुंदरता प्रदान करेगी।”
चार प्रमुख जोनों में बांटा जाएगा गोवर्धन परिक्रमा मार्ग
सीएम भजनलाल शर्मा ने गोवर्धन परिक्रमा मार्ग के विकास के लिए चार प्रमुख जोन बनाने की योजना का खुलासा किया। ये जोन धार्मिक, सांस्कृतिक, और पर्यटन सुविधाओं के लिहाज से विशेष होंगे।
पहला जोन:
- इसमें प्रमुख मंदिरों का विकास होगा जैसे श्रीनाथजी मंदिर, पूंछरी लौठा का मंदिर, दाऊजी मंदिर, गंगा मंदिर और नरसिंहजी मंदिर।
- अन्य आकर्षणों में मुकुट मुखारविंद, माउंटेन राधा वाटिका, लोटस पॉइंट और मयूर वाटिका का विकास किया जाएगा।
दूसरा जोन:
- इस जोन में परिक्रमा पथ का सौंदर्यकरण किया जाएगा।
- यहां प्रवेश और निकास द्वार होंगे, और मार्ग पर रोशनी, विश्राम मंडल, पेयजल की सुविधाएं और फूड स्टॉल लगाए जाएंगे।
- भगवान श्रीकृष्ण से संबंधित मूर्तियां भी स्थापित की जाएंगी।
तीसरा जोन:
- इस जोन में बाहरी एंट्री प्लाजा, ग्रीन कैनाल, वाटर फ्रंट पार्किंग और वोट स्थल का विकास होगा।
- इसके अलावा, कीर्तन स्थल, पौराणिक आर्ट गैलरी, गिरिराज जी का म्यूजियम और सांस्कृतिक केंद्र भी विकसित किए जाएंगे।
चौथा जोन:
- इस जोन में भगवान श्रीकृष्ण की 250 फीट ऊंची मूर्ति स्थापित की जाएगी, जो श्रद्धालुओं का मुख्य आकर्षण बनेगी।
- इस क्षेत्र में आश्रम, मेडिटेशन हॉल, गौशाला और राजस्थानी कला केंद्र का निर्माण भी किया जाएगा।
मिलेगा आध्यात्मिकता और पर्यटन को बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना का उद्देश्य सिर्फ धार्मिक स्थलों का विकास नहीं है, बल्कि यहां आने वाले पर्यटकों के लिए बेहतर सुविधाएं और आकर्षण प्रदान करना भी है। इसके लिए उन्होंने हेलीपैड, यातायात सुविधा, गेस्ट हाउस, और चिकित्सा केंद्र बनाने की योजना बनाई है।
उन्होंने बताया कि गिरिराज जी की परिक्रमा का राजस्थान हिस्सा 21 किलोमीटर का है, जिसमें से डेढ़ किलोमीटर महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस विकास कार्य के साथ यहां श्रद्धालुओं को आरामदायक सुविधाएं मिलेंगी और वे श्रद्धा भाव से अधिक से अधिक समय इस स्थान पर बिता सकेंगे।
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