लखनऊ। यूपी के लखनऊ स्थित गोमती नगर से एक किशोरी को दंपत्ति द्वारा बंधक बनाकर उसे दिल्ली में 50 हजार रुपए में बेचे जाने का मामला सामने आया है. किशोरी को जिसने खरीदा है उसने उसकी शादी बोलेने-सुनने में अक्षम बेटे से करा दी. पुलिस ने जब किशोरी को बेचने वाले दंपत्ति पर शिकंजा कसा तब जाकर पूरी घटना का खुलासा हुआ. पुलिस ने किशोरी को सकुशल बरामद कर लिया है और दंपत्ति के साथ ही खरीददार को भी गिरफ्तार कर लिया है.
15 वर्षीय किशोरी बीते 2 अक्टूबर को परिजनों से नाराज होकर घर से निकल कर ट्रेन से कानपुर स्टेशन पहुंच गई. उसे अकेला देखकर कमल सिंह यादव और उसकी पत्नी गुड़िया ने किशोरी को अपनी बातों में फंसाकर उसे अपने घर ले कर आ गए. जहां उन्होंने उसका मोबाइल भी रख लिया.
किशोरी के लापता होने के बाद उसके परिजनों ने गोमतीनगर थाने में इसकी शिकायत दर्ज करा दी. पुलिस ने जब किशोरी का नंबर सर्विलांस पर लिया तो उसकी लोकेशन कौशांबी में मिली. पुलिस ने कौशांबी में किशोरी का मोबाइल फोन इस्तेमाल करने वाले अरविंद यादव को हिरासत में ले लिया. पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि उसे फोन कानपुर में उसके साले कमल और गुड़िया ने दिया. पुलिस टीम कौशांबी से कानपुर पहुंची और कमल व गुड़िया को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया और बताया कि उन लोगों ने अपने रिश्तेदार नेत्रपाल व धीर सिंह की मदद से किशोरी को दिल्ली में रहने वाले राजेश को 50 हजार रुपये में बेच दिया.
जिसके बाद पुलिस टीम दिल्ली पहुंची तो पता चला राजेश ने किशोरी को खरीदकर उसकी शादी बीते 6 अक्टूबर को एक मंदिर में अपने मूक-बधिर बेटे से करा दी. पुलिस ने राजेश के घर से किशोरी को सकुशल बरामद कर लिया. वहीं उसे बेचने वाले कमल सिंह यादव, उसकी पत्नी गुडिय़ा और खरीदने वाले राजेश को अरेस्ट कर लिया है.