प्रयागराज. कुंभ मेले में किन्नर अखाड़ा की देवत्व यात्रा पेशवाई 6 जनवरी को रामभवन चौराहे से सुबह गाजे-बजे के साथ ऊंटों पर सवार होकर ढोल नगाड़े बजाते हुए निकाली गई.

आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने बताया कि दो बड़ी परीक्षाओं के कारण पूर्व निर्धारित स्थान में परिवर्तन किया गया था. आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने बताया कि राम भवन चौराहे पर स्थित भगवान शिव के मंदिर में विधि-विधान से पूजन के बाद देवत्व यात्रा की शुरुआत हुई. अलोपी बाग स्थित शंकराचार्य आश्रम में पूजन के बाद यात्रा आगे बढ़ी.

आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी ने बताया कि सेक्टर-6 के नगवासुकी थाने के पीछे स्थापित संस्था ओम नमः शिवाय के शिविर में एक साथ 50,000 से ज्यादा लोगों के लिए भंडारा बनेगा. इसमें बड़ी संख्या में देश के कोने-कोने और विदेश के किन्नर, अखाड़े के सभी पदाधिकारी और बड़ी संख्या में शिष्य शामिल हुए. आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी ने बताया, ‘तीर्थराज प्रयाग से किन्नर अखाड़े का देश और विदेश में विस्तार करते हुए सनातन धर्म को नई दिशा दी गई. सनातन धर्म के उत्थान, प्रचार-प्रसार और उसे नई दिशा की आज जरूरत है क्योंकि सनातन धर्म के आज के जो संवाहक हैं वे अपने और अपनी दुनिया में मस्त हैं’

पेशवाई में किन्नरों के साथ ही श्रद्धा का शैलाब उमड़ रहा था. किन्नरों के साथ स्थानीय लोग भी उत्साह से झूमते दिखे.