शिवम मिश्रा, रायपुर। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक ने राजनांदगांव के मानव तस्करी मामले में संगठित गिरोह होने की आशंका जताई है. इस मामले में किरणमयी नायक ने डीजीपी अवस्थी से विस्तृत जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि प्रत्येक थाना में 30 वर्ष तक कि गुम बच्चियों और महिलाओं के मामले में व्यापक स्तर पर जांच की जाए. इसके साथ ही प्रत्येक थाने में महिलाओं के लिए जागरूकता अभियान चलाए जाए.
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि महिला मानव तस्करी के मामले में राज्य महिला आयोग के द्वारा स्वतः संज्ञान लिया गया है. इस मामले में पुलिस विवेचना जरूर कर रही है, लेकिन यह ऐसा लगता है कि यह केवल एक महिला की तस्करी का मामला नहीं है, तभी पांच अभियुक्त का नाम आ चुका है, जो गिरफ्तार हो चुके हैं, साथ ही और भी अभियुक्तों की तलाश की जा रही है, इसमें निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ की और भी महिलाओं को तस्करी में उपयोग किया गया है, इसलिए डीजीपी से हमारी बातचीत हुई है.
इस मामले जांच के लिए दुर्ग आईजी के द्वारा एडिशनल एसपी प्रज्ञा मिश्रा के नेतृत्व में अलग से एक स्पेशल टीम बनाई है. हमने आज डीजीपी को एक पत्र भेजकर मांग की है कि डोंगरगढ़, राजनंदगांव, रायपुर और मानपुर क्षेत्र में जितने भी गुम महिलाओं के मामले हैं, उन सभी मामलों की बारीकी से नए सिरे से जांच कराई जाए, महिलाओं के गायब होने के पीछे किसका हाथ है. इस एंगल से भी जांच कराई जाए. साथ ही एक अवेयरनेस कैंपेन भी चलाया जाए, ताकि ऐसी बच्ची और महिलाएं बहकावे में ना आए. राज्य महिला आयोग अभिभावकों से भी अनुरोध करती है कि कृपया अपने घर परिवार के आस-पास महिलाओं की जानकारी संबंधित थानों में फिर से दी जाए.