भोपाल। राजा भोज की नगरी भोपाल के भेल दशहरा मैदान पर चले रहा भोजपाल महोत्सव मेला के सांस्कृतिक मंच पर शनिवार को भजन गायक किशन भगत द्वारा बाबा महाकाल और प्रभु श्रीराम के भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी। इंदौर निवासी किशन भगत ने उज्जैन के राजा से अपने गाने की शुुरुआत की थी। इसके बाद महाकाल तेरी गुलामी मेरे काम आ रही है, महाकाल का नाम जपो के साथ ही प्रभु श्रीराम की भजनों की प्रस्तुति दे चुके हैं। किशन ने बताया कि जब वे चार वर्ष के थे, तब उनके माता-पिता का देहांत हो गया था। उनकी परवरिश नानी के घर हुई। जगह मेहनत मजदूरी और छोटे मोटे काम किए। गुजारा करने के लिए हाथ ठेला तक चलाया। कोरोना काल में मास्क बेचा।

बता दें कि किशन बाबा महाकाल के भक्त हैं। बाबा की सेवा, भक्ति के साथ ही उनके नाम की भजनों को गुनगुनाते रहते थे। इस दौरान उन्होंने पैसे देकर अपना पहला गाना महाकाल के राजा को रिकॉर्ड कराया। इस गाने को इतनी प्रसिद्धि मिली कि किशन ने फिर पीछे मुडकऱ नहीं देखा। इसके बाद एक से बढकऱ एक भजनों की प्रस्तुति दी। किशन आज देश भर में भजनों की प्रस्तुति देने जा रहे हैं। शनिवार को आपके शहर में चल रहे भोजपाल महोत्स मेले में प्रस्तुति देंगे।

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कचरा बीनने वाले बच्चों को मेले में नि:शुल्क झुलाया झूला

भोजपाल महोत्सव मेला में गुरुवार को कचरा बीनने वाले बच्चों को नि:शुल्क झूला झुलाया गया। बता दें कि एक संस्था द्वारा इन बच्चों को शिक्षा दी जा रही है। संस्था में अध्ययनरत सभी बच्चों को इन्हें पढ़ाने वाली शिक्षिका मेला घुमाने लेकर पहुंचीं। यहां मेला अध्यक्ष सुनील यादव द्वारा सभी बच्चों को मेले में लगाए गए विभिन्न प्रकार के झूले झुलवाए गए। इसके बाद बच्चों ने मेले का भ्रमण किया। झूला झूलने और मेला देखने के बाद बच्चों के चेहरे खिले खिले से नजर आए। महामंत्री हरीश कुमार राम ने बताया कि मेला समिति द्वारा हमेशा सामाजिक सरोकार के कार्य और आयोजन किए जाते हैं। बीते सालों में भी विभिन्न स्कूलों के बच्चों को नि:शुल्क झूला झुलाने के साथ सरकस दिखाया गया था। समिति द्वारा गरीब, असहाय और जरूरतमंद लोगों को कम्बल वितरण किया गया। अध्यक्ष सुनील यादव ने बताया कि भोपाल शहरवासियों और व्यापारी बंधुओं की मांग पर मेल समिति ने 7 दिन और मेला बढ़ाने का निर्णय लिया है। अब मेले का समापन 7 जनवरी की बजाय 14 जनवरी को किया जाएगा।

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