पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान की पूर्व पत्नी जेमिमा गोल्डस्मिथ ने शुक्रवार को कहा कि पीएमएल-एन द्वारा उनके लंदन स्थित घर के बाहर ‘जैसे-को-तैसा’ प्रदर्शन की घोषणा के बाद उन्हें महसूस हो रहा है कि 1990 के दशक का ‘पुराना पाकिस्तान’ वापस आ गया है. समा टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, जेमिमा के लंदन स्थित घर के बाहर 17 अप्रैल को एक विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई गई है, जिससे उनकी लाहौर वाले पुराने दिनों की यादें ताजा हो गईं हैं. उन्होंने 1990 में लाहौर में बिताए ‘भयावह’ दिनों को याद किया.

लंदन में पीटीआई कार्यकर्ता पिछले एक हफ्ते से नवाज शरीफ के एवेनफील्ड अपार्टमेंट के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके बाद ‘जैसे-को-तैसा’ के तहत पीएलएम-एन ने इस सप्ताह घोषणा की कि उसके समर्थक भी जेमिमा के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन करेंगे, जहां खान के (बड़े हो चुके) बच्चे रहते हैं.

खान के खिलाफ लंदन में उनके घर के बाहर 17 अप्रैल को होने वाले विरोध प्रदर्शन का एक पोस्टर साझा करते हुए जेमिमा ने ट्वीट किया, “मेरे घर के बाहर विरोध प्रदर्शन, मेरे बच्चों को निशाना बनाना, सोशल मीडिया पर यहूदी विरोधी गाली-गलौज – यह लगभग वैसा है, मानो मैं 90 के दशक में लाहौर में हूं.” उन्होंने ट्वीट में हैशटैग ‘पुराना पाकिस्तान’ जोड़ा.

समा टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, कई पाकिस्तानियों, खासकर पीटीआई समर्थकों ने उनके प्रति सहानुभूति जताई और कुछ ने माफी भी मांगी. पत्रकार हामिद मीर ने दोनों पक्षों में कॉमन सेंस यानी सामान्य ज्ञान को स्वभाव में ढालने की अपील की.

उन्होंने ट्वीट किया,

“पीटीआई को लंदन में नवाज शरीफ के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन बंद करना चाहिए और पीएमएल-एन को जेमिमा के घर के बाहर ऐसा नहीं करना चाहिए. शीशे के घरों में रहने वालों को दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकना चाहिए.”

जेमिमा ने कहा कि उनका पाकिस्तान की राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है और न ही उनके बच्चों को इसके कोई लेना-देना है.

उन्होंने आगे कहा,

“वे लो-की प्राइवेट (कम महत्वपूर्ण निजी) व्यक्ति हैं, जो सोशल मीडिया पर भी नहीं हैं.” पीएमएल-एन नेता आबिद शेर अली, जिन्होंने विरोध की योजना बनाई है, ने कहा कि केवल इमरान खान को ही स्थिति के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है.

उन्होंने कहा,

“उन्होंने अपने राजनीतिक विरोधियों के घरों के बाहर हमलों और विरोध का आदेश दिया है, वह दैनिक आधार पर नफरत, होमोफोबिया और आतंकवाद को उकसाते हैं. हमारा विरोध शांतिपूर्ण और अहिंसक होगा. इमरान खान की निंदा की जाए.” एक अन्य ट्वीट में, अली ने जेमिमा को टैग किया और पीटीआई रैली की तस्वीर साझा करके उनके बच्चों के तटस्थ होने के उनके दावों को चुनौती दी.

बता दें कि इमरान खान से तलाक के बाद जेमिमा ने पाकिस्तान छोड़ दिया और लंदन में बस गई. जेमिमा ने मीडिया से बातचीत में कई बार बताया है कि कैसे उन्हें दशकों तक यहूदी-विरोधी हमलों का शिकार होना पड़ा. पिछले साल उन्होंने कहा था कि मीडिया और नेताओं द्वारा सालों से यहूदी विरोधी हमलों, मौत की धमकी और घर के सामने लगातार विरोध-प्रदर्शन के बाद उन्हें आखिर 2004 में पाकिस्तान छोड़ना पड़ा था.