रायपुर. आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने सरकार को जमकर आड़े हाथ लिया है. उन्होंने सियासी तंज कसते हुए कहा, पूरे छत्तीसगढ़ में अवैध खनन कब थमेगा. पहले भाजपा के शासन में यही हुआ, अब कांग्रेस के शासन में और खुले तौर पर दबंगई से अवैध खनन चल रहा है. इसका ताजा मामला तो आश्चर्य करने वाला है. कसडोल विधायक द्वारा तहसील ऑफिस पहुंच ट्रांसफर करने की धमकी देते हुए ट्रांसफर करवा देना और अधिकारी के साथ किए गए दुर्व्यवहार से आम जन आश्चर्यचकित है.

आगे उन्होंने कहा, इसी संदर्भ में छत्तीसगढ़ कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ के अंतर्गत आने वाले तहसीलदार और नायब तहसीलदार सोमवार को बालोद कलेक्टर कुलदीप शर्मा को ज्ञापन सौंपकर कसडोल विधायक शकुंतला साहू के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी कर चुके हैं. विधायक पर धमकी देने का आरोप लगाए गए हैं, जिस पर संघ द्वारा निंदा प्रस्ताव पारित किया गया है. विधायक पर कार्रवाई की मांग के साथ अपनी अन्य मांगों को लेकर तहसीलदार और नायब तहसीलदारों ने 19 अप्रैल से चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है.

कोमल हुपेंदी ने कहा, उन्हें मीडिया के माध्यम से यह जानकारी मिली है कि तहसीलदार पलारी निलमणी दुबे, डिप्टी कलेक्टर अंशुल वर्मा और राजस्व निरीक्षक प्रीतम चंद्राकर द्वारा अवैध रेत परिवहन करते हुए एक हाइवा पर छग. गौण खनिज अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई थी, जिसके एक घंटे बाद विधायक कसडोल शकुंतला साहू द्वारा तहसील ऑफिस पहुंचकर ट्रांसफर कराने की धमकी एवं दुर्व्यवहार किया गया. अवैध रेत परिवहन पर कार्रवाई को भी रोकने का दबाव बनाया गया. अवैध माइनिंग को संरक्षण देते हुए 3 घंटे के भीतर तहसीलदार पलारी का स्थानांतरण आदेश राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी कर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, रायपुर संलग्न किया गया, जो अनुचित और एकपक्षीय कार्रवाई है. इससे कानून का उल्लंघन कर अवैध माइनिंग करने वालों का हौसला और बढ़ रहा है. जो कांग्रेस सरकार अवैध रेत माफिया खनिज माफियाओं पर कार्रवाई की बात करती है, आज उनके ही विधायक के निजी हाइवा से अवैध रेत परिवहन किया जा
रहा है.

साथ ही अन्य जिले में अवैध खनिज माफियाओं को पूर्ण रूप से संरक्षण मिलना भी कांग्रेस सरकार का सहयोग किया जाना नजर आता है. कोमल हुपेंडी ने अंत में कहा कि, ये मात्र एक मामला है जो प्रकाश में आया है. कोई भी अधिकारी अपनी नियत साफ रख ईमानदारी से अपने कार्य को करता है तो उसके साथ दुर्व्यवहार होना, धमकी मिलना, ट्रांसफर होना कांग्रेस की सत्ता में आम बात हो चुकी है. जिससे ईमानदार अधिकारियों का मनोबल कमजोर होते जा रहा है. आम आदमी पार्टी सभी ईमानदार साफ नियत वाले अधिकारियों के साथ है और उनके समर्थन में हमेशा साथ खड़ी है. उनकी न्यायपूर्ण लड़ाई में आम आदमी पार्टी पूर्ण रूप से समर्थन करती है.

आम आदमी पार्टी अवैध कार्य करने वाले माफियाओं को कांग्रेस का संरक्षण बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगी. लेकिन खुद कांग्रेस के विधायक ने ऐसा किया यह निंदनीय है. साथ ही ईमानदारी से अपने ड्यूटी निभाते अधिकारी को धमकी देते हुए ट्रांसफर करवाना कांग्रेस सरकार की नाकामी और भ्रष्ट शासन को सत्यापित करता है. ईमानदार अधिकारी को न्याय मिले और कसडोल विधायक शकुंतला साहू के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए, ताकि ईमानदार अधिकारी का मनोबल अपने कार्य के प्रति पूर्ण रूप से सुदृढ़ रहे.