Strong Performance: कोटक सिल्वर ETF ने पिछले कुछ सालों में इन्वेस्टर्स को ऐसा रिटर्न दिया है जिसकी चर्चा हर इन्वेस्टर सर्कल में हो रही है। दिसंबर 2022 में लॉन्च हुए इस फंड ने तीन साल के अंदर इन्वेस्टर्स का पैसा लगभग तीन गुना कर दिया। इसका मुख्य कारण लगातार बढ़ती चांदी की कीमतें और ग्लोबल मार्केट में चांदी की बढ़ती डिमांड है।

नवंबर 2025 तक, स्कीम का AUM ₹2,630 करोड़ के रिकॉर्ड AUM को पार कर गया, जो इन्वेस्टर्स के भरोसे और फंड के परफॉर्मेंस दोनों को दिखाता है।

तीन साल में 37% CAGR रिटर्न

अगर आपने कोटक सिल्वर ETF के लॉन्च के समय इसमें ₹10,000 इन्वेस्ट किए होते, तो यह 30 नवंबर, 2025 तक बढ़कर ₹26,132 हो जाता। कोटक म्यूचुअल फंड के अनुसार, इस फंड ने शुरू से अब तक 37% से ज़्यादा का CAGR रिटर्न दिया है।

यह एक एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ETF) है, जिसका रिटर्न पूरी तरह से सिल्वर स्पॉट प्राइस (LBMA बेंचमार्क) पर आधारित होता है। यह फंड सिल्वर से जुड़े दूसरे इंस्ट्रूमेंट्स में भी इन्वेस्ट करता है, जिससे रिस्क कम होता है और रिटर्न का स्कोप बेहतर होता है।

सिल्वर की बढ़ती कीमतें अट्रैक्शन बढ़ाती हैं

इस फंड को जीतू वलेचा सोनार और अभिषेक बिसेन मैनेज करते हैं। फंड का एक्सपेंस रेश्यो 0.45% कम है, जो इसे इन्वेस्टर्स के लिए ज़्यादा अट्रैक्टिव बनाता है। सिल्वर की मज़बूत डिमांड ने हाल के महीनों में लगातार कीमतों को ऊपर धकेला है, जिसका सीधा फायदा इस ETF को हुआ है।

हालांकि, एनालिस्ट्स का कहना है कि सिल्वर मार्केट नैचुरली बहुत ज़्यादा वोलाटाइल (हाई-रिस्क ज़ोन) है, इसलिए भविष्य में इसमें तेज़ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। ऐसे में, इन्वेस्टर्स को अपने फाइनेंशियल एडवाइजर (एक्सपर्ट गाइडेंस) से सलाह लेने के बाद ही आगे बढ़ना चाहिए।

दूसरे सिल्वर ETFs का मज़बूत परफॉर्मेंस

सिर्फ कोटक ही नहीं, बल्कि दूसरे बड़े फंड हाउस के सिल्वर ETFs ने भी शानदार रिटर्न दिया है। तीन साल में एवरेज सालाना रिटर्न इस तरह रहा:

एक्सिस सिल्वर ETF – 37.67%
DSP सिल्वर ETF – 37.56%
निप्पॉन इंडिया सिल्वर ETF – 37.39%
ICICI प्रूडेंशियल सिल्वर ETF – 37.32%
आदित्य बिड़ला सन लाइफ सिल्वर ETF – 37.29%

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, किसी फंड में इन्वेस्ट करने का फैसला सिर्फ पिछले परफॉर्मेंस के आधार पर नहीं करना चाहिए। मार्केट की हालत, ग्लोबल डिमांड और कमोडिटी साइकिल को समझना भी ज़रूरी है।

इन्वेस्टर सलाह: बुलियन में एक छोटा पोर्टफोलियो एलोकेट करें

फाइनेंशियल एडवाइजर लंबे समय से इन्वेस्टर्स को अपने पोर्टफोलियो का एक छोटा हिस्सा बुलियन, यानी सोना और चांदी (सेफ-हेवन एसेट्स) में एलोकेट करने की सलाह देते रहे हैं।

अगर आपने अभी तक चांदी में इन्वेस्ट करना शुरू नहीं किया है, तो गोल्ड ETF या सिल्वर ETF (ईज़ी इन्वेस्टमेंट ऑप्शंस) एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है।

सिल्वर ETF में इन्वेस्ट करके, आप चांदी की बढ़ती कीमतों से फ़ायदा उठा सकते हैं, बिना उसे फ़िज़िकल रूप से खरीदे या स्टोर किए (स्टोर करने की कोई परेशानी नहीं)।ETF यूनिट्स को स्टॉक एक्सचेंज पर आसानी से खरीदा और बेचा जा सकता है।