कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। पीएम मोदी द्वारा कूनो पालपुर में चीता प्रोजेक्ट का शुभारंभ को लेकर केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि चंबल क्षेत्र सभी को शरण देने वाला है। यहां की सबसे बड़ी खासियत यही है, इसलिए चीतों को भी यहां शरण मिल रही है

शुरू में नामीबिया से 8 चीते आएंगे, लेकिन जल्द भविष्य में नामीबिया और साउथ अफ्रीका दोनों से मिलाकर 25 से ज्यादा चीते आएंगे। यह एक बड़ा प्रोजेक्ट है, जब शुरू में चीता आएगा, तो उसे स्थानीय वातावरण में सम्मिलित कराया जाएगा। वन अनुसंधानकर्ता, वैज्ञानिक और वेटरनरी डॉक्टर्स की टीम की देखरेख में वन और पर्यावरण विभाग इसे संचालित करेगा।

पीएम मोदी द्वारा कूनो पालपुर में चीता प्रोजेक्ट का शुभारंभ को लेकर उनका आभार जताया है। कहा उनकी प्रेरणा से पर्यावरण के प्रति जागृति और वन्य जीवों के प्रति विशेष कार्यक्रम हो रहे हैं। पीएम मोदी का मंत्र है एनवायरमेंट फ्रेंडली लाइफ स्टाइल, उनके कारण ही यह प्रोजेक्ट संभव हो पाया है। बड़े मांसाहारी जीव जिनमें लॉयन, टाइगर लेपर्ड है, लेकिन उन्ही में से एक बड़ी प्रजाति चीता भारत से विलुप्त हो गई थी।

इस बड़े जानवर के विलुप्त होने पर यह हमारा दायित्व बनता है कि उसकी पुनर्स्थापना की जाए। इसको लेकर सर्वोच्च न्यायालय में भी सरकार ने बहुत अच्छे से अपना विषय रखा। कूनो के स्थान चयन के लिए सीएम शिवराज के साथ केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का विशेष योगदान रहा है। इस प्रोजेक्ट के जरिए इकोलॉजी सिस्टम में सुधार और क्षेत्र के पर्यटन का भी विकास होगा। भारत की पर्यावरण अनुकूल छवि जाएगी,और सबसे खास लोगों के लिए नए रोजगार उपलब्ध हो सकेगा।

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