शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरना के बाद ब्लैक फंगस का कहर जारी है. प्रदेश में लगातार फंगस के मरीजों में इजाफा हो रहा है. साथ ही इस बीमारी के इलाज के लिए एंटी फंगल इंजेक्शन को लेकर भी मारामारी जारी है. सरकार इंजेक्शन उपलब्ध कराने के लिए अपना सिस्टम बदल दिया है. जिसके चलते प्रदेश में ब्लैक फंगस के मरीजों को दो से तीन दिन में मात्र एक बार इंजेक्शन लग पा रहा है.

सरकार ने ब्लैक फंगस के इलाज में उपयोग आने वाले एंटी फंगल एम्फोटेरिसन-बी इंजेक्शन को अब सीधे अस्पतालों में दे रही है. इस बीमारी से पीड़ित मरीजों को एक दिन में 4 इंजेक्शन लगने होते हैं, लेकिन प्रदेश में भारी किल्लत के चलते मरीजों को इंजेक्शन नहीं मिल रहे हैं. अब तक प्रदेश में 13 हजार इंजेक्शन आ चुके हैं.

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बता दें कि प्रदेश में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या में दिनोंदिन बढ़ोत्तरी हो रही है, लेकिन रिकवरी भी तेजी से हो रहा है. अब तक प्रदेश भर में इसके 1350 मरीज सामने आ चुके हैं. वहीं कोरोना महामारी के साथ देश के 26 राज्यों में ब्लैक फंगस की भी दस्तक हो चुकी है. ब्लैक फंगस के मरीजों के इलाज के लिए केंद्र सरकार ने एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन की 30,100 वॉयल आवंटित की है. हालांकि ये वॉयल के कुल मांग का दस फीसदी भी नहीं है.

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