लखनऊ। लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा को लेकर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा बयान देने के लिए पुलिस के पास नहीं पहुंचे. इस पर पुलिस ने दूसरी बार उनके घर में नोटिस चस्पा कर शनिवार को सुबह 11 बजे पेश होने को कहा है. वहीं आशीष मिश्रा नेपाल फरार होने की आशंका जताई जा रही है, क्योंकि उनका आखिरी मोबाइल लोकेशन नेपाल के पास ही मिला है.

सुप्रीम कोर्ट में शुरू हुई सुनवाई

लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. घटना पर स्वत: संज्ञान लेने के बाद शुरू हुई सुनवाई में उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे ने पक्ष रखा. उन्होंने बताया कि मामले में अपना पक्ष रखने के लिए आशीष मिश्रा नोटिस दिया गया है. वे कल 11बजे पेश होंगे. सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस पर सवाल उठाते हुए वरिष्ठ अधिवक्ता से पूछा कि क्या मौत के अन्य मामलों में भी इस तरह से नोटिस दिया जाता है.

बहाल हुई इंटरनेट सेवा

लखीमपुर में हुई हिंसा के बाद बंद की गई इंटरनेट सेवा को आखिरकार शुक्रवार को बहाल कर दिया गया. 38 घंटे के अंतराल के बाद इंटरनेट सेवा के बहाल होने से लोगों ने राहत की सांस ली. वहीं दूसरी ओर घटना को लेकर लखनऊ से लेकर दिल्ली और चंडीगढ़ तक अलग-अलग स्तरों पर हलचल मची रही.

अकाली दल के नेताओं का दौरा

वहीं लखीमपुर को लेकर पंजाब में भी सियासत गर्म है. पंजाब से शिरोमणि अकाली दल के नेताओं का प्रतिनिधिमंडल आज लखीमपुर में पीड़ित परिवारों से मुलाकात करने पहुंच रहा है. प्रतिनिधिमंडल पहले लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचेगा, जहां से लखीमपुर खीरी के लिए रवाना होगा. बता दें कि पीड़ित किसान परिवारों के लिए पंजाब सरकार ने पहले ही 50-50 लाख रुपए मुआवजे का एलान कर दिया है.