नई दिल्ली. लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में विरोधी दल के नेता अधीर रंजन चौधरी पर पलटवार करते हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने चुनौती देते हुए कहा है कि अगर विपक्ष उनके खिलाफ कुछ साबित कर दें तो वो राजनीति से सन्यास ले लेंगे.

दरअसल, सोमवार को लोकसभा में जब अजय मिश्रा टेनी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की तरफ से दण्ड प्रक्रिया ( पहचान ) विधेयक 2022 को पेश कर रहे थे, उस समय वाद-विवाद के दौरान अधीर रंजन चौधरी की तरफ से लखीमपुर हिंसा को लेकर गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी पर कटाक्ष किया गया, जिस पर पलटवार करते हुए टेनी ने कहा कि अधीर रंजन चौधरी को मैं बता देना चाहता हूं कि मैंने 2019 लोक सभा चुनाव का भी पर्चा भरा था. मेरे खिलाफ कोई भी केस हो या मैं कभी एक मिनट के लिए भी थाने या जेल गया हूं, तो मैं राजनीति से सन्यास ले लूंगा.

दरअसल, किसान आंदोलन के दौरान लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा को लेकर विरोधी दल लगातार केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे का जिक्र करते हुए मंत्री पर भी आरोप लगा रहे हैं और उनका इस्तीफा भी मांग रहे हैं. हालांकि सरकार की तरफ से लगातार यह कहा जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री का उस मामले से कोई लेना-देना नहीं है और पूरे मामले में कानून अपना काम कर रहा है. आपको बता दें कि इस मामले में केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन बाद में हाई कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी थी.