कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। क्राइम ब्रांच पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो बेरोजगार युवकों को प्ले बॉय (PLAY BOY) बनाने के नाम पर ठगी करते थे। पुलिस ने गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से फर्जी सिम कार्ड, पैन कार्ड, आधार कार्ड, एटीएम, मोबाइल और लैपटॉप के साथ गिरफ्तार किया है। गिरोह के सदस्य कई लोगों से अबतक लाखों रुपए की ठगी कर चुके हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मामले में अभी और भी चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं। 

पकड़े गए तीनों आरोपी 12वीं कक्षा तक पढ़े हुए हैं। लेकिन कंप्यूटर की बेहतर नॉलेज को उन्होंने लोगों को ठगने का माध्यम बना लिया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 419 420 467 468 और 471 के तहत मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।

ग्वालियर एसपी अमित सांघी ( Gwalior SP Amit Sanghi) ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि दरअसल क्राइम ब्रांच पुलिस को बीते कई दिनों से सूचना मिल रही थी कि शहर में कुछ लोग बेरोजगार युवकों को वेबसाइट साइट के जरिए टारगेट कर रहे हैं। उन्हें प्लेबॉय की नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे छोटी-छोटी रकम वसूल रफूचक्कर हो जाया करते हैं।

मामले की सूचना मिलने पर क्राइम ब्रांच पुलिस ने अपनी टीम को एक्टिव किया और बंसी राम मार्केट के फ्लैट नंबर-1 में जॉब के लिएअपनी टीम के एक सदस्य को आवेदक बनाकर भेजा। मौके से तीन संदिग्ध लोग बैठे मिले। जब दबिश देकर उनको दबोचा गया और पूछताछ की तो उन्होंने जो जानकारी पुलिस को दी उसे पुलिस के भी होश उड़ हो गए।

ग्वालियर एसपी अमित सांघी ने बताया कि पकड़े गए बदमाशों ने बताया कि वह फर्जी पैन कार्ड, आधार कार्ड बनाने के साथ ही बेरोजगार युवकों को प्लेबॉय की नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी किया करते थे। इसके बदले में वह उनसे रकम वसूलते थे। उस रकम को लेने के बाद रफूचक्कर हो जाया करते थे। लोग फर्जी पैन कार्ड, आधार कार्ड और प्लेबॉय बनने के चक्कर में ठगी का शिकार हुए हैं ये लोग शिकायत पुलिस तक नहीं कर पाते थे। यही वजह थी कि वह लोग साल 2019 से लगातार इस रैकेट को संचालित कर रहे थे।

दीपक ट्रेडर्स के नाम से फर्जी कंपनी भी खोली

पकड़े गए बदमाशों में दो आरोपी मुरैना जिले के रहने वाले हैं। वहीं एक आरोपी आगरा का रहने वाला है। पकड़े गए तीनों आरोपी 12वीं कक्षा तक पढ़े हुए हैं। लेकिन कंप्यूटर की बेहतर नॉलेज को उन्होंने लोगों को ठगने का माध्यम बना लिया। इतना ही नहीं पकड़े गए तीनों ठगों ने दीपक ट्रेडर्स के नाम से एक फर्जी कंपनी भी खोली है। जिसमें 27 फर्जी खाते बनाए। बाकायदा उनमें सैलरी अमाउंट का ट्रांजैक्शन भी किया। उनकी योजना थी कि मजबूत ट्रांजैक्शन दिखाकर सभी फर्जी खाता धारियों के नाम पर पर्सनल लोन लेने के बाद उसकी रकम को वह हासिल कर लेंगे।  जब तक वह अपने इन मंसूबों में कामयाब होते उससे पहले क्राइम ब्रांच पुलिस ने उन्हें दबोच लिया।

आरोपियों के पास से बरामद सामान 

पुलिस ने पकड़े गए तीनों बदमाशों से 30 सिम कार्ड, 56 एटीएम कार्ड, 50 आधार कार्ड, 20 पैन कार्ड दीपक ट्रेडर्स कंपनी के रजिस्ट्रेशन की प्रिंट कॉपी, दीपक ट्रेडर्स के नाम की एक मोहर, एक इंकपेड, एक तारीख वाली मोहर, 10 कीपैड मोबाइल, चार एंड्राइड मोबाइल और एक एप्पल कंपनी का लैपटॉप मय सिम कार्ड बरामद किया है। वहीं ठगों के खातों से 18 लाख से अधिक का अमाउंट भी मिला है। पुलिस पकड़े गए बदमाशों से कड़ी पूछताछ में जुट गई है। पुलिस को ठगों से जिन बैंकों के फर्जी चेक बुक पासबुक बरामद हुए है उन बैंकों में भी पुलिस पूछताछ शुरू कर रही है।

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus