अमित पांडेय, खैरागढ़। खैरागढ़ नगर पालिका में भ्रष्टाचार के मामलों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा. ताजा मामला स्टेशनरी सप्लाई और प्रिंटिंग के नाम पर तीन लाख से अधिक का भुगतान एक ऐसी फर्म को किए जाने का है, जिसका शहर में कोई अस्तित्व ही नहीं है. यह भी पढ़ें : BEO बनने की चाहत में बना गुनहगार: शिक्षा विभाग के सचिव के नाम खुद को बीईओ बनाने जारी किया फर्जी आदेश, जांच के बाद मचा हड़कंप, आरोपी गिरफ्तार
आरोप है कि तुरकारी पारा वार्ड की पार्षद रेखा गुप्ता के पति विकेश गुप्ता ने फर्जी फर्म “श्रीराम प्रिंटर्स” बनाकर यह घोटाला किया है, जबकि शहर में इस नाम की कोई दुकान ही मौजूद नहीं है. दस्तावेजों के अनुसार, फर्म का पंजीयन मार्च 2024 में गोमाश्ता एक्ट के तहत किया गया, लेकिन बिलों पर न जीएसटी नंबर है, और न ही कोई वास्तविक पता.
फर्म का पता मेन रोड, खैरागढ़ बताया गया है, जबकि हकीकत में वहां न कोई दुकान है, और न ही कोई साइन बोर्ड. बिल पर दिए गए संपर्क नंबर पार्षद पति विकेश गुप्ता और उनके भाई दिनेश गुप्ता के हैं. जांच में खुलासा हुआ कि भुगतान की राशि दिनेश गुप्ता के खाते में जमा की गई.
यही नहीं आरोप है कि विकेश गुप्ता ने एक अन्य फर्म “कबीर प्रिंटिंग प्रेस” के लेटर पैड का भी दुरुपयोग किया. फर्म के संचालक सियाराम साहू ने आरोप लगाया कि उन्होंने कभी सरकारी काम के लिए कोई आवेदन नहीं किया. उनके नाम और हस्ताक्षर का फर्जी तरीके से उपयोग कर कोटेशन जमा किया गया.
फर्जीवाड़े के खुलासे के बाद, अब “श्रीराम प्रिंटर्स” के नाम से एक दुकान बक्शी मार्ग पर विकेश गुप्ता के घर के नीचे खोली गई है. आरोप है कि जीएसटी नंबर का उल्लेख न कर टैक्स चोरी की गई. यहां तक की बिल भी विकेश गुप्ता ने अपनी लिखावट में तैयार किए.
सीएमओ ने झाड़ा पल्ला
सीएमओ प्रमोद शुक्ला ने पूरे वाकये से अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है. पूरी जानकारी डीलिंग क्लर्क ही दे सकते है, अभी बाहर हूं, आने के बाद पूछ लीजिएगा.
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