आशुतोष तिवारी, जगदलपुर। छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना का सोमवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शुभारंभ किया. हरेली के अवसर पर प्रदेश के अन्य जिलों के साथ बस्तर में भी इस योजना की शुरुआत हुई, जिसमें स्थानीय जनप्रतिनिधि शामिल हुए.
योजना को लेकर लल्लूराम डॉट कॉम ने लोगों ने बात की, सबकी राय जुदा मिली. रत्नेश बेंजामिन ने बताया कि वर्तमान समय में आम आदमी का जीवन दूभर होता जा रहा है, और व्यक्ति विकास की दौड़ में आगे आने का सतत् प्रयास कर रहा है. लेकिन परिस्थितियां विपरीत होने के कारण व्यक्ति का संपूर्ण विकास नहीं हो पा रहा है. ऐसे समय में गोधन योजना का लाभ समाज के निम्न वर्ग विशेषकर चरवाहा वर्ग को अवश्य मिलेगा. शासन की महती योजना के अनुरूप शासन गोबर लेकर उसका वर्मी कंपोस्ट बनाकर वापस किसानों को देगी. इससे बाड़ियों में होने वाली सब्जियों से लेकर खेतों में उगाए जाने वाले धान की गुणवत्ता वापस लौटेगी. विटामिन युक्त चावल और सब्जियों से इंसानों का इम्युनिटी पावर बढ़ेगा. संक्षेप में गोबर खाद से आम आदमी के साथ साथ समाज के निम्न वर्ग को इसका लाभ मिलेगा.
हेमंत कश्यप का कहना है कि सैकड़ों वर्षों से हम गोबर का गोवर्धन पहाड़ बना पूजा करते आ रहे हैं, वहीं गोबर का ही टीका लगाकर एक – दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं, फिर भी पशुधन और गोबर का महत्व हम समझ नहीं पाए. आज जब हम रसायनिक खादों और कीटनाशक दवाइयों से उपजाई गई सब्जियां और अनाज खाकर बीमार हो रहे हैं, तब कम्पोस्ट, खाद और आर्गेनिक फसलों का महत्व समझने लगे हैं. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कृषक पुत्र हैं, इसलिए वे पशुधन का महत्व समझे और “नरवा- गरवा, घुरवा- बारी” जैसी बहुउद्देश्यीय पर्यावरणीय संरक्षण- संवर्धन योजना प्रदेश में लागू की. हरियाली अमावस्या के दिन प्रारंभ गोधन योजना लोगों को एक बार फिर पशुधन और कंपोस्ट खाद का महत्व समझाने का महत्वपूर्ण प्रयास है. गोबर से तैयार अन्य उपयोगी वस्तुओं को खरीद कर लोग हजारों हाथों को रोजगार देने का भी प्रयास करेंगे. आश्चर्य है अब तक किसी ने गोबर धन की तरफ ध्यान नहीं दिया. वहीं बहुउद्देश्यीय नरवा-घुरवा.. जैसी अंतरराष्ट्रीय योजना की खिल्ली उड़ाते आ रहे हैं.
किशोर पारख का कहना है कि देश में छत्तीसगढ़ पहला राज्य है जो गोबर की खरीदी करेगा. इससे ग्रामीणों को काफी फायदा पहुंचेगा, और यह गोबर खाद बनकर जब कृषकों को मिलेगा तो ऑर्गेनिक फसल होगी. अबतक किसान दवाइयों का छिड़काव करते रहे हैं, जिससे फसल सुरक्षित रहे, लेकिन इस योजना के बाद जब गोबर खाद का प्रयोग फसलों में किया जाएगा, तो किसानों को काफी फायदा भी होगा, साथ ही इंसान के इम्युमिनिटी पवार भी बढ़ेगी. आज देश कोरोनो से जूझ रहा है, उसके लिए ऑर्गेनिक सब्जियां इंसान के शरीर के लिए काफी लाभदायक होगी.