हेमंत शर्मा, इंदौर। नगर निगम में हुए 100 करोड़ के फर्जी बिल घोटाले में नया मोड़ आ गया है। मुख्य आरोपी अभय राठौड़ ने FIR के 6 दिन बाद इंदौर पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा था। लेटर में उसने फरियादी को ही मुख्य आरोपी बताया था। पुलिस ने अभय राठौड़ को 27 के जी मेमोरेंडम में आरोपी  बनाया है जिसमें हाईकोर्ट में उन्हें पेश किया जा चुका है। 

दरअसल इंदौर नगर निगम में हुए 100 करोड़ से ज्यादा के फर्जी बिल घोटाले मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी अभय राठौड़ को बनाया है। इस पूरे मामले में अभय राठौड़ ने 16 अप्रैल 2024 को हुई फिर के बाद 22 अप्रैल 2024 को इंदौर पुलिस कमिश्नर राकेश गुप्ता को FIR के संबंध में पत्र लिखा। जिसमे उन्होंने जिक्र किया कि इन्दौर नगर निगम में पूर्व आयुक्त प्रतिभा पाल से निकटता का लाभ उठाकर सुनील गुप्ता ने प्रार्थी से व्यक्तिगत शत्रुता रखकर लगभग 30 महीने तक बिना कार्य करवाये इन्दौर नगर निगम में हाजिरी लगवाई है।

वर्तमान तक प्रमुख सचिव, नगरीय प्रशासन एवं विकास को शिकायत किये के बाद दिनांक 04/04/2024 पदस्थ किया जाने से कुपीत होकर प्रार्थी के फर्जी हस्ताक्षर अपने निगरानी में बनाकर 28 करोड रूपये के फर्जी बिल्स ड्रेनेज कार्य के ठेकेदारों से मिलकर बनाये। साथ ही अपर आयुक्त देवधर दरबई से छलपूर्वक आयकर, जीएसटी आदि 12 प्रतिशत की लगभग 56 लाख रूपये को धनराशि नगर निगम से आयकर, जीएसटी विभाग में जमा करवाकर कारित अपराधों मे अपनी संलग्नता की साक्ष्य उपलब्ध की है। जिसे छिपाकर पुलिस थाना एम जी रोड़, इन्दौर में दिनांक 16/04/2024 को भादवि की धारा 420, 467, 468, 471 और 474 में अपने पत्र दिनांक 06/04/2024 से एफआयआर दर्ज करवायी है। जबकि 56 लाख रुपये अपराधियों की ओर से इन्दौर नगर निगम से आयकर, जीएसटी आदि जमा करवाये हैं। फिर भी धारा 409 के अपराध को अपनी शिकायत में छुपाया है।

इस पत्र के सामने आने के बाद नगर निगम घोटाले में फरियादी सुनील गुप्ता पर ही आरोपी ने आरोप लगाए थे। जिसमें 28 करोड रुपए के फर्जी बिल बनाकर डैनेज कार्यों के ठेकेदारों के अकाउंट में ट्रांसफर करने की बात भी कही गई है। इस पूरे मामले में पुलिस द्वारा बनाए गए मुख्य आरोपीय अभय राठौड़ के तरफ से हाई कोर्ट एडवोकेट मनोहर दलाल ने बताया कि पुलिस ने अभय राठौड़ को जिस 27 के मेमोरेंडम में जाकिर के कथन पर आरोपी बनाया है। उसमें हाईकोर्ट के कई ऐसे जजमेंटल है जिसमें हाई कोर्ट ने 27 फिर कुएश कर दी है।

इसी आधार पर हमें उम्मीद है की जल्द अभय राठौड़ को जमानत का लाभ मिलेगा इसके साथ ही पुलिस कमिश्नर को दिए गए आवेदन में अभय राठौड़ ने थाना प्रभारी पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए शिकायत की है। फरियादित सुनील गुप्ता के साथ थाना प्रभारी का उठा बैठना है जिसके चलते थाना प्रभारी ने सुनील गुप्ता की साक्षी छुपाने में मदद की है। फिलहाल इस पूरे मामले में और भी चौंका देने वाले तथ्य जल्द लल्लूराम डॉट कॉम आपके सामने लाएगा। 

पुलिस कमिश्नर राकेश गुप्ता को लिखे गए पत्र में थाना प्रभारी विजय सिसोदिया की सुनील गुप्ता के साथ मिली भगत की भी शिकायत अभय राठौड़ ने की थी। इसके साथ ही अभय राठौड़ के एडवोकेट ने 5 करोड रुपए के लेनदेन की आशंका कोर्ट के समक्ष भी जमानत आवेदन में जाहिर की है। 

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