दंतेवाड़ा। जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं का बुरा हाल है. ताजा मामला है दंतेवाड़ा जिला चिकित्सालय का, जहां रास्ते में वाहन खराब होने के कारण मृतक गोवर्धन का शव कुआंकोंडा के गोमपाल घाट में फंस गया.
बता दें कि सुकमा जिले के गोंडे रास के रहने वाले गोवर्धन ने जहर खा लिया था, जिसके बाद उसे दंतेवाड़ा जिला अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया था. यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. अस्पताल प्रबंधन ने शव को शव वाहन से रवाना किया. लेकिन शव वाहन इतनी खराब हालत में था कि वो रास्ते में पड़ने वाले जंगल में ही बंद हो गया. उनकी मुश्किलों को देखते हुए लल्लूराम डॉट कॉम के पत्रकार पंकज सिंह भदौरिया ने सामाजिक सरोकारों को निभाते हुए पीड़ित परिजनों की मदद की. CMO दंतेवाड़ा को घटना की जानकारी देने के बावजूद जब कोई मदद नहीं मिली, तब संवाददाता पंकज ने कुआंकोंडा के BMO से संपर्क कर वाहन की व्यवस्था की और मृतक का शव कुआंकोंडा अस्पताल में शव वाहन से सुरक्षित लाया गया.
इसके अलावा परिजनों के लिए भोजन की व्यवस्था कर उन्हें अस्पताल में ही ठहराया गया और यहां से शव को गोंडे राम में भेजने का इंतजाम किया गया.
इधर इस पूरे मामले में जिला अस्पताल के डीपीएम सत्यजीत मुखर्जी का कहना है कि उन्हें लल्लूराम डॉट कॉम के माध्यम से ही जानकारी मिल रही है. उन्होंने कहा कि CMO ठाकुर आंख के मोतियाबिंद के ऑपरेशन के कारण छुट्टी पर हैं और फिलहाल प्रभार डॉक्टर गौतम के पास है. उन्होंने मामले की जानकारी डॉ गौतम से लेने की बात कही है.