हेमंत शर्मा/यत्नेश सेन, इंदौर,देपालपुर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कॉलेज प्रिंसिपल पर पेट्रोल डालकर जिंदा जलाने मामले में दो थाना के प्रभारी पर विभगीय गाज गिरी है। मामले में दो थाना प्रभारी को लाइन अटैच कर दिया है। पुलिस प्रशासन ने देपालपुर थाना प्रभारी धर्मेंद्र शिवहरे और सिमरोल थाना प्रभारी आरएन भदोरिया को लाइन अटैच कर दिया है।

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बता दें कि इस मामले को लल्लूराम डॉट काम (Lalluram.com) ने प्रमुखता के साथ खबर प्रकाशित कर पुलिस प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया था। लल्लूराम ने कल सवाल उठाया था कि जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई? खबर प्रकाशन के बाद पुलिस प्रशासन ने यह बड़ी कार्रवाई की है। बताया जाता है कि धर्मेंद्र शिवहरे घटना के पहले सिमरोद थाने में पदस्थ थे। उन्हें ही पीड़िता (प्रिंसिपल) ने आवेदन दिया था। उनके आवेदन पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप परिजनों ने लगाया था।

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यह था मामला

यह था मामला

इंदौर (सिमरोल)बीएम कॉलेज की प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा पर कॉलेज के छात्र आशुतोष श्रीवास्तव ने पेट्रोल उड़ेलकर जिंदा जला दिया था। आरोपी छात्र के हमले से 90 फीसदी झुलसी प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा ने पांच दिन उपचार के बाद कल (शनिवार) को अस्पताल में तोड़ दिया था। इस मामले में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई थी। पीड़ीता प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा ने घटना के पहले संबंधित थाने में तीन बार लिखित में आवेदन देकर जान से मारने की धमकी देने की जानकारी दी थी। इसके बाद भी पुलिस ने उनके आवेदन पर कोई कार्रवाई नहीं की, जिससे इतनी बड़ी घटना हो गई। आरोपी छात्र ने पेट्रोल डालकर प्रिंसिपल को जिंदा जला दिया था।

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