पटना, बिहार। आरजेडी प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे भी बिल्कुल अपने पिता के ही नक्शेकदम पर चल रहे हैं. जिस तरह से लालू यादव के बयान हमेशा से सुर्खियां बटोरते हैं, उसी तरह अब तेजप्रताप यादव भी अपने किसी न किसी बयान को लेकर सुर्खियों में रहते हैं.
अब तेजप्रताप यादव ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी पर आरोप लगाया है कि ये दोनों उन्हें भूत से डराने की कोशिश कर रहे हैं. दरअसल बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री रहे तेजप्रताप ने अपना सरकारी आवास खाली कर दिया है और इसके पीछे उन्होंने तर्क दिया है कि ये बंगला भुतहा है, इसलिए वे इसे खाली कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने मुझे डराने और परेशान करने के लिए बंगले में भूत छोड़ दिया था. उन्होंने कहा कि ये भूत मुझे परेशान कर रहे थे.
बता दें कि पूर्ववर्ती सरकार में स्वास्थ्य मंत्री बनने के बाद उन्हें पटना के 3-देशरत्न मार्ग पर बंगला आवंटित किया गया था. तेजप्रताप यादव ने कहा कि मेरे पास पहले से बंगला है और मुझे सरकारी भीख की जरूरत नहीं.
वहीं इस मामले पर आरजेडी प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि तेज प्रताप को बंगला खाली करने का दूसरा नोटिस मिल चुका था, जिसके बाद उन्होंने बंगला खाली करने का फैसला किया. पार्टी के एक सूत्र ने बताया कि पिछले साल अक्टूबर में आए नोटिस में 15 गुना किराया वसूले जाने की चेतावनी दी गई थी.
तेजप्रताप के करीबियों ने कहा कि वे ‘दुश्मन मारन जाप’ भी करवा चुके हैं. उन्होंने पंडितों की सलाह पर इसी आधिकारिक आवास का दक्षिण दिशा की तरफ खुलने वाला दरवाजा भी बंद करवा दिया था.
वहीं इस मामले पर जेडीयू ने तेजप्रपात के बयान को हास्यापद बताया है. इस मामले पर भवन निर्माण मंत्री रामेश्वर हजारी ने कहा कि तेजप्रताप ने उनके विभाग को आवास खाली करने की जानकारी नहीं दी है.