हेमंत शर्मा, रायपुर. सड़क निर्माण की मांग को लेकर विगत 3 वर्षों से संघर्ष कर रहे नागरिकों का आक्रोश अब चरम पर पहुंच गया है. उरकुरा स्टेशन से शनि मंदिर तक की जर्जर सड़क को लेकर तीस हजार उरकुरा वासी आंदोलनरत हैं. प्रशासन की उदासीनता ने इन्हें उग्र आंदोलन के लिए बाध्य कर दिया है. इसी मांग को लेकर आज उरकुरा पूरी तरह से स्वस्फूर्त बंद रहा, साथ ही क्षेत्रीयजनों ने एक दिवसीय धरना भी दिया. जिसमें काफी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी शामिल रहे.
उरकुरा के लोग पिछले 3 साल से लगातार सड़क निर्माण की मांग कर रहे है. इस सड़क निर्माण के लिए बाकायदा फंड भी स्वीकृत हो चुका है. बावजूद इसके अब तक सड़क निर्माण का काम शुरू नहीं हो सका है. जिसे लेकर लोगों में काफी आक्रोश व्याप्त है. स्थानीय जन जल्द से जल्द सड़क निर्माण की मांग कर रहे है. लोगों की माने तो इस सड़क की हालात काफी जर्जर हो चुकी है. जिससे वहां पर कभी बड़ी दुर्घटना की आशंका बनी रहती है.
यहीं कारण है कि आज क्षेत्रीयजनों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए जोरादार प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे इन लोगों ने सरकार पर गुमराह करने का भी आरोप लगाया है. नगरवासियों का कहना है कि बिलासपुर रोड से उरकुरा शनि मंदिर तक के लिए 12 करोड़ की राशि स्वीकृत हुई है. इसके बाद भी अब तक सड़क का निर्माण क्यों नहीं किया जा रहा है. इसके लिए सीधे तौर पर लोक निर्माण मंत्री राजेश मूणत जिम्मेदार है. सड़क इतनी खराब इस पर चलने पर हमेशा जान का डर बना रहता है. इस दौरान प्रदर्शन कर रहे लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया तो आगे और भी उग्र आंदोलन करेंगे.