रामेश्वर मरकाम, धमतरी. किरंदुल के पास हुए नक्सली हमले में शहीद होने वाले जवानों में टिकेशवर ध्रुव का नाम भी शामिल है. टिकेश्वर धमतरी जिले के परेवाडीह का रहने वाला था. उसकी शहादत से पूरे इलाके में मातम पसरा हुआ है. टिकेश्वर को जानने वाले लोग उसके मिलनसार स्वभाव को याद कर रहे हैं. साथ ही लोगों को अपने इस लाल की वीरता पर गर्व है. रविवार देर शाम जब टिकेश्वर का पार्थिव शरीर परेवाडीह लाया गया तो उसके दर्शन के लिए लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा. जिन गलियों में, चौपाल में टिकेश्वर दोस्तों के साथ खेल कर बड़ा हुआ, जहां उसकी जिंदगी के कई यादगार पल कैद हैं वो गलियां, बचपन के दोस्त आज उसके नहीं होने के मातम में खुद को अकेला महसूस कर रहे हैं.
आज केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री रमन सिंह ने टिकेश्वर के पिता से फोन पर बात की और ढांढस बंधाया. पुलिस विभाग के आलाअधिकारी भी टिकेश्वर को एक बहदूर और कर्मठ जवान के तौर पर याद कर रहे हैं.
मातृभूमि के लिए अपना सर्वोच्च न्योछावर करने वाले टिकेश्वर का आज पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. टिकेश्वर अभी महज 34 साल का था. माता-पिता के साथ ही पत्नी और 1 बेटी को पीछे छोड़ टिकेश्वर अब अनंत सफर पर चल पड़ा है.