सत्यपाल राजपूत, रायपुर. रायपुर नगर निगम की अंतिम सामान्य सभा अधिकारियों की लापरवाही की भेंट चढ़ गया. सामान्य सभा में कमिश्नर, उप कमिश्नर और अन्य अधिकारी नदारद रहे. इस वजह से 15 मिनट के लिए सत्र रोकना पड़ा. अधिकारियों की लापरवाही पर विपक्ष के नेताओं ने सत्ता पक्ष पर जमकर गुस्सा निकाला.

सभापति प्रफुल्ल विश्वकर्मा ने कहा कि ये दुर्भाग्य की बात है कि निगम के अधिकारी सदन से गायब हैं. नियमाअनुसार अधिकारियों को सदन में होना चाहिए. जन प्रतिनिधियों को सवाल जवाब सुनना होता है. आज सामान्य सभा से बड़ा काम और कोई नहीं है, लेकिन अधिकारी नदारद है. जब तक नहीं आएंगे, तब तक सत्र प्रारंभ नहीं होगा.

नेता प्रतिपक्ष सूर्यकांत राठौर ने सामान्य सभा के नाम पर मज़ाक करने की बात कही. निगम का अंतिम सामान्य सभा है और सत्ता पक्ष के पास कोई विकास के एजेंडे नहीं है. अब तक किसी मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई है. सिर्फ टाइम पास किया जा रहा है. आज सामान्य सभा को चुनावी रूप से भी देखा जा सकता है. जैसे विकास के मुद्दे के नाम पर जो एजेंडा लाए गए हैं.

सभापति प्रफुल्ल विश्वकर्मा ने बताया कि विकास की बात के नाम पर सिर्फ़ चौक चौराहों का नामकरण, पट्टा जैसे मुद्दे लाए गए हैं तो विपक्ष का सवाल उठाना जायज़ है.

महापौर प्रमोद दुबे ने कहा कि विपक्ष कन्फ्यूज़ है, कभी सफ़ाई की बात करते हैं तो कभी टेंडर की तो कभी अन्य मुद्दों पर, उनको क्या करना है यही तय नहीं है. हम क्या कर सकते हैं कि हम विकास के तमाम मुद्दे लेकर आज आम सभा में पहुंचे हैं.