शब्बीर अहमद,भोपाल। मध्यप्रदेश के विदिशा जिले के लटेरी के जंगलों में 9 अगस्त 2022 को वन कर्मियों की गोलीबारी में एक आदिवासी की मौत हो गई थी. अब इस मामले में चल रही न्यायिक जांच के कार्यकाल को सरकार ने बढ़ा दिया है. एकल पीठ जांच आयोग के अध्यक्ष रिटायर्ड जज व्हीपीएस चौहान इसकी जांच कर रहे हैं. अब नवंबर 2023 तक जांच आयोग सरकार को गोलीकांड को लेकर रिपोर्ट देगी.
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल साल 2022 में अगस्त में विदिशा के जंगल में वन कर्मियों का गश्ती दल निरीक्षण पर निकला था. उसी दौरान दल को जंगल में लकड़ी चोर दिखाई दिए थे. उसके बाद वन विभाग के कर्मचारियों ने फायरिंग की थी. उस फायरिंग में एक आदिवासी की मौत हो गई थी. सागौन तस्करों को रोकने के दौरान चली गोली से जान गई थी.
आत्मरक्षा में चलाई गोली- वनकर्मी
मृतक के परिवार और घायलों ने वनकर्मियों पर जानबूझ गोली चलाने का आरोप लगाया था. घायलों का कहना था कि हमारे जानवर जंगल में चले गए थे. इसलिए खोजने के लिए गए थे. वहीं वन कर्मियों का कहना है कि ये लोग लड़की काटकर वे जा रहे थे. रोकने पर पत्थरों से हमला कर दिया था. आत्मरक्षा के लिए गोली चलाने में एक को गोली लग गई थी, जिससे उसकी मौत हो गई. वहीं तीन घायल हो गए. मामले में सरकार ने न्यायिक जांच कराने का ऐलान किया था.
इन बिंदुओं पर चल रही जांच
चार मुख्य बिंदुओं पर जांच की जाएगी, जिसमें- 1) वे परिस्थितियां जिसमें घटना हुई? (2) क्या वनकर्मियों द्वारा जो बल प्रयोग किया गया, वह घटना की परिस्थितियों को देखते हुए उपयुक्त था या नहीं? यदि नहीं, तो इसके लिए दोषी व्यक्ति? (3) भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इस हेतु आवश्यक सुझाव (4) ऐसे अन्य विषय, जो जांच के अधीन मामले में आवश्यक या आनुषांगिक समझे जाएं.
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