चंडीगढ़। पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moosewala) की हत्या सहित कई मामलों में आरोपी गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के इंटरव्यू से जुड़े मामले में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एसआईटी) ने कार्रवाई की है. खरड़ की क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (सीआईए) के पूर्व थाना प्रभारी समेत पांच पुलिस अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इन अधिकारियों में डीएसपी और एसपी स्तर के अफसर भी शामिल हैं. एसआईटी ने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में रिपोर्ट पेश करने के बाद मोहाली के साइबर क्राइम डिवीजन में केस दर्ज करवाया.
लॉरेंस के इंटरव्यू की जांच के लिए स्पेशल डीजीपी ह्यूमन राइट्स, प्रबोध कुमार के नेतृत्व में एक एसआईटी गठित की गई थी. एसआईटी ने हाईकोर्ट में बताया कि लॉरेंस का पहला इंटरव्यू सीआईए खरड़ थाने में हुआ, जबकि दूसरा राजस्थान की जेल में रिकॉर्ड किया गया था. यह इंटरव्यू सितंबर 2022 में रिकॉर्ड किया गया था और सात महीने बाद मार्च 2023 में प्रसारित हुआ. जांच में सामने आया कि जब लॉरेंस खरड़ में पूछताछ के लिए था, तो उसे फोन की सुविधा भी दी गई थी. इस दौरान उसने गुजरात और तिहाड़ जेल में बंद कई लोगों से बातचीत की.
इंटरव्यू के बदले रिश्वत और महंगी सुविधाएं
एसआईटी की जांच में खुलासा हुआ है कि सीआईए खरड़ के पूर्व थाना प्रभारी ने इंटरव्यू के बदले रिश्वत ली थी. दिल्ली में पेशी के दौरान लॉरेंस ने पुलिस अफसरों को वीआईपी सुविधाएं भी प्रदान कीं. दिल्ली और हरियाणा के बीच के सफर के दौरान पुलिस को कई फाइव स्टार होटलों में महंगी शराब मुहैया कराई गई. इसके अलावा, चंडीगढ़ के एक मॉल से लॉरेंस के लिए देर रात ब्रांडेड कपड़ों की शॉपिंग कराई गई. पुलिस वालों ने भी इस दौरान महंगे कपड़े, जूते, और परफ्यूम खरीदे.
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