चंडीगढ़/अमृतसर . मूसेवाला हत्याकांड में गिरफ्तार गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के जेल से वीडियो कॉल कर चैनल को दिए इंटरव्यू पर दो दिन बाद पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने सेक्टर-9 स्थित पंजाब पुलिस के हेडक्वार्टर में प्रेस कांफ्रेंस कर स्थिति साफ की. उन्होंने कहा कि इंटरव्यू बठिंडा या पंजाब की किसी भी जेल से नहीं हुआ है. उन्होंने आरोपी की दो तस्वीरे दिखाते हुए कहा जब उसे बठिंडा जेल लाया गया तो इसके बाल कटे थे और दाढ़ी-मूछ नहीं थी. इंटरव्यू के समय वह दाढ़ी और बड़े बालों में था. वहीं, उसने पीली टी शर्ट पहनी थी, वह भी उन्हें जेल में नहीं मिली है. वहीं, सोची समझी साजिश के तहत पंजाब पुलिस को बदनाम कर राज्य के माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है.

डीजीपी बोले- इंटरव्यू पुराना लग रहा

पंजाब के डीजीपी ने बताया, ‘बठिंडा जेल हाई सिक्यॉरिटी जोन में है. जेल में एक टेक्निकल इंस्ट्रूमेंट लगाया गया है. इस वजह से मोबाइल टेलिफोन या दूसरे इंस्ट्रूमेंट काम नहीं करते. दूसरी जेलों के कुख्यात अपराधी यहां भेजे जाते हैं क्योंकि यह जेल बाकी जेलों की अपेक्षा में काफी सुरक्षित है. लॉरेंस को एक आइसोलेटेड सेल में रखा गया. वहां जैमर लगे हुए हैं. जेल स्टाफ तीन बार चेक करते हैं कि फोन सिग्नल तो नहीं आ रहे हैं. 24 घंटे हाई सिक्यॉरिटी रहती है. सीसीटीवी लगे हैं.’ लॉरेंस बिश्नोई के इंटरव्यू पर डीजीपी ने कहा, ‘हाई सिक्यॉरिटी जेल होने के नाते यहां सूरज ढलने के बाद लाइट बंद नहीं होती बल्कि उसे केवल डिम किया जाता है ताकि कैदियों पर नजर रखी जा सके.

डीजीपी ने मीडिया से अपील की कि, अफवाहों के आधार पर कोई भी न्यूज चलाने से बचें. तथ्यों को जांचने के बाद ही न्यूज चलाई जाए. कुछ चैनल व मीडिया हाउस बिना किसी जांच पड़ताल के खबरें चला रहे है. डीजीपी ने कहा कि ऐसा करने से बचा जाए. एनआइए जांच की जरूरत नहीं, मुंबई पुलिस जांच करना चाहेगी तो कैसे रोकेगेंडीजीपी ने कहा कि सिद्धू मूसेवाला मामले में एनआइए जांच की जरूरत है. पंजाब पुलिस किसी भी मामले की जांच करने में सक्षम है. सवाल के जवाब में यादव ने कहा कि फिलहाल बिश्नोई बठिंडा जेल में ही है.

विश्नोई ने इंटरव्यू कहां से दिया अभी पुलिस के पास नहीं जवाब

लारेंस विश्नोई ने इंटरव्यू कहां से दिया, इसे लेकर पुलिस के पास अभी कोई जवाब नहीं हैं. डीजीपी का कहना हैं कि यह जांच का विषय हैं. इसकी जांच की जा रही हैं. क्योंकि इंटरव्यू के दौरान लाइट पूरी हैं और बैक ग्राउंड ब्लैक है. अत: जेल में यह संभव नहीं हैं.