राकेश चतुर्वेदी/शब्बीर अहमद, भोपाल/ कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्य प्रदेश के पूर्व परिवहन आरक्षक सौरभ शर्मा की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। एक तरफ लोकायुक्त पुलिस ने शुरुआत में शिकंजा कसा। वहीं, अब सौरभ शर्मा और चेतन गौर के घर पर ईडी की कार्रवाई ने काली कमाई का रहस्य उजागर करना शुरू कर दिया है। इस बीच आरोपी के वकील ने उसकी जान को खतरा बताया है। लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में एडवोकेट सौरभ पराशर ने कहा कि हाई प्रोफाइल केस के चलते सौरभ की जान खतरे में है। जांच एजेंसियों से भी हरेसमेंट का खतरा है। सत्र न्यायालय से केस खारिज होने के बाद अब हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत जमानत याचिका दाखिल करेंगे।
लोकायुक्त की कार्रवाई को बताया अवैधानिक
वकील ने लोकायुक्त की कार्रवाई को अवैधानिक बताते हुए कहा कि सौरभ लोक सेवक के दायरे में नहीं आता है। नौकरी से वीआरएस लेने के साथ ही पेंशन भी नहीं लेता था। अग्रिम जमानत याचिका का लाभ मिलने पर खुद जांच एजेंसियों को पूरी जानकारी देगा और उनके सभी सवालों के जवाब देने के लिए वह तैयार है।
ग्वालियर पूर्व कलेक्टर समेत अधिकारियों की लोकायुक्त से हुई शिकायत
सौरभ शर्मा की नियुक्ति के मामले में ग्वालियर जिले के एसपी और लोकायुक्त एसपी से शिकायत की गई है। सीनियर एडवोकेट अवधेश सिंह तोमर ने एसपी धर्मवीर सिंह से शिकायत की है, जिसमें कहा गया है, “सौरभ ने अनुकंपा नौकरी के लिए शपथ पत्र से लेकर जो भी जानकारियां दी थी वह सभी झूठी है। इसलिए जिले के तत्कालीन कलेक्टर, ट्रांसपोर्ट कमिश्नर और एडिशनल कमिश्नर के खिलाफ एफआईआर दर्ज होनी चाहिए।”
लल्लूराम डॉट कॉम के हाथलगे करोड़ों की जमीन के दस्तावेज
सौरभ शर्मा पर चल रही कार्रवाई के बीच लल्लूराम डॉट कॉम के हाथ करोड़ों की प्रॉपर्टी के दस्तावेज लगे हैं, जो उसने अपनी मां और पत्नी के नाम पर खरीदे थे। पूर्व कॉन्स्टेबल की मां को दो प्लॉट गिफ्ट में मिले थे। उसकी पत्नी ने एक प्लॉट अपनी बहन को गिफ्ट में दिया था। मां उमा शर्मा ने इस साल 30 मार्च को पौने 2 करोड़ की राशि से अरेरा कॉलोनी स्थित ई-7 में एक बंगला खरीदा था।
श्यामा और चंपा खेमरिया ने सौरभ की मां को क्यों दान की जमीन?
27 जुलाई 2023 को ग्वालियर के नया बाजार में रहने वाले श्यामा खेमरिया ने उर्मा शर्मा को 0.387 एकड़ भूमि दान में दी थी। 26 जुलाई 2023 को ग्वालियर के विनय नगर में रहने वाली चम्पा खेमरिया ने 1400 स्क्वायर फीट का प्लॉट दान किया था। यह प्लॉट परगना महाराणा प्रताप नगर में स्थित है।
पति की जगह पिता का नाम लिखती थी दिव्या
सौरभ शर्मा की संपत्ति से जुड़े दस्तावेजों के अनुसार उसकी पत्नी ने बहन को 1 हेक्टेयर भूमि दान की थी। सौरभ ने अकूत संपत्ति पत्नी दिव्या के नाम से भी खरीदी थी। दिव्या अपने सरनेम में शर्मा नहीं लगाती थी। वह दिव्या तिवारी लिखती है। साथ ही पति के नाम के स्थान पर पिता सलिल तिवारी का नाम लिखा मिला है। दिव्या ने 1 अप्रैल 2022 को मुगालिया कोट गांव में (खसरा क्रमांक 137/1) काशीराम किसान से 2.6150 हेक्टेयर जमीन खरीदी थी।
मां ने 52 किलो गोल्ड को लेकर जानिए क्या कहा?
सौरभ शर्मा की मां उमा शर्मा ने पहली बार कैमरे के सामने आकर कार्रवाई को लेकर बयान दिए। उन्होंने कहा, “सौरभ से पिछले 10 दिन से मेरी कोई बात नहीं हुई है। वह कहां है इसकी जानकारी नहीं है। चेतन सिंह को मैं जानती थी। मेरे वकील के जरिए सारे आरोपों के जवाब दूंगी। 52 किलो सोना कहां से आया मुझे नहीं पता। मेरी काफी तबीयत खराब है। मैं भोपाल वाले घर में नहीं रहती थी। ग्वालियर वाले घर पर रहती थी। कार्रवाई के कुछ दिन पहले भोपाल आई थी।”
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