हेमंत शर्मा, रायपुर। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में शामिल होने के लिए आज सुबह रायपुर से दिल्ली के लिए रवाना हुए हैं. इस दौरान स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर उन्होंने पत्रकारों से कई मामले पर चर्चा की है. किसानों की पदयात्रा को लेकर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि इसका सर्वे कराया जाएगा और भरपाई की जाएगी. अभी तक कहीं सर्वे के लिए किसानों से पूछताछ नहीं की गई है. इससे पहले भी प्राकृतिक आपदा में किसानों ने मार झेली है. आज तक उनका कुछ नहीं हुआ है. लगातार बारिश हुई इसके कारण धान की फसल गिर गई इसके कारण किसानों को क्षति हुई सरकार को इसकी कोई चिंता नहीं है.

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि 15 नवंबर से धान खरीदी होती थी दीपावली से से ही धान कटाई शुरू हो जाती है. 1 दिसंबर सरकार ने तारीख निर्धारित की है. किसान दोहरी मार से पीड़ित है अब उनके सामने केवल एक ही रास्ता  है कि वह फसल की कटाई करें और बिचौलियों के हाथ में बेचे. इस सरकार में चाहे रेत माफिया हो जमीन माफिया हो अब धान के माफिया भी हैं. यह पनपते जा रहे हैं यदि इस पर कंट्रोल नहीं किया गया तो किसानों को इसका नुकसान होगा..

वहीं कांग्रेसी नेताओं के दिल्ली में प्रदर्शन को लेकर कहा कि जिस समय कांग्रेस ने जन घोषणा पत्र जारी किया.कांग्रेस के बड़े से बड़े नेता गंगाजल हाथ में लेकर यह दावा किए कि हम जो घोषणा कर रहे हैं केंद्र सरकार के भरोसे नहीं कर रहे हैं हम अपने भरोसे दावे कर रहे हैं. अपने वादे में उनको निकलकर सामने आना चाहिए और वादों को निभाना चाहिए.

मुख्यमंत्री द्वारा सांसदों की बैठक बुलाये जाने को लेकर धरमलाल कौशिक ने कहा…

इतना बड़ा राज्योत्सव हो गया किसी को कोई पूछ परख नहीं है..आज ऐसी आवश्यकता क्यों पड़ गई..यह तो जिस दिन राज्य बना है उस दिन से विचार करना चाहिए कि मुझे प्रतिपक्ष की आवश्यकता है कि नहीं है..इतने बड़े कार्यक्रम में सब को दरकिनार किया गया है ऐसा लगता है यह राज्य का उत्सव नही बल्कि कांग्रेस का उत्सव है.