नासिर बेलिम, उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर में नागपंचमी के दिन होने वाली भस्म आऱती में पुजारियों ने जमकर हंगामा कर दिया. नेताओं के प्रवेश के दौरान पुजारियों को रोक दिया गया. जिसके बाद मामला बिगड़ गया और पुजारियों ने हंगामा कर दिया.
इसे भी पढ़ें ः “मैं भी राहुल गांधी” कैम्पेन पर बोले सारंग- … कांग्रेस को बर्बाद कर दिया
दरअसल, बीजेपी के तीनों नेता शुक्रवार को अल सुबह करीब 3 बजे भस्म आरती के पहले महाकाल को जल अर्पित करने पहुंचे. उनके आने से पहले भस्म आरती के मुख्य पुजारी को मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया गया. जिसके बाद परिसर में जमकर हंगामा हुआ.
इसे भी पढ़ें ः कांग्रेस की प्रेसवार्ता, प्रजापति ने कहा- सरकार ने पैरवी नहीं कि इसलिए ओबीसी आरक्षण कोर्ट मे कमजोर हो गया
घटना का एक वीडियो वायरल हुआ है. जिसमें कैलाश विजयवर्गीय ने मीडिया के सवालों का जवाब दिए बगैर और विधायक रमेश मेंदोला कपड़े से मुंह ढंककर मंदिर परिसर से बाहर निकल गए. इस वजह से महाकाल की भस्मआरती आधा घंटा देरी से शुरू हो सकी.
मामले में मुख्य पुजारी ने बताया कि पास होने के बावजूद भी कैलाश विजयवर्गीय के आने के चलते उन्हें रोक दिया गया. उन्होंने मंदिर प्रशासन व्यवस्था पर आरोप लगाया है कि उन्हें हमेशा रोक दिया जाता है. जबकि मैं मंदिर का मुख्य पुजारी हूं. उन्होंने कहा कि कैलाश विजयवर्गीय के आने की वजह से आधे घंटे देरी से आरती हुई.
इसे भी पढ़ें ः ओबीसी आरक्षण पर बीजेपी ने कांग्रेस और कमलनाथ को ठहराया दोषी, कहा – कोर्ट में लड़ाई क्यों नहीं लड़ी ?
गौरतलब है कि महाकाल मंदिर में भस्म आरती के दौरान सभी वीआईपी और आम श्रद्धालु का प्रवेश प्रतिबंधित कर रखा है. मुख्य पुजारी ने बताया कि इस कारण भस्म आरती करीब आठ घंटे लेट हुई, पास भी दिखा दिया लेकिन जाने नहीं दिया गया. यह हालत है पुजारियों की. उन्होंने कहा कि ऐसा हर साल होता है.
इसे भी पढ़ें ः एसिड अटैक धमकी मामले में नया मोड़, जांच में हुए चौंकाने वाले खुलासे, पीड़िता ही निकली आरोपी!
- मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक