सुनील पासवान, बलरामपुर। बलरामपुर जिले के बहुचर्चित शासकीय जमीन घोटाले के मामले में पहली गिरफ्तारी हो गई है। पुलिस ने कांग्रेस नेता और रामानुजगंज के एमएलए बृहस्पति सिंह के विधायक प्रतिनिधि व्यास मुनि यादव को गिरफ्तार कर लिया है।

मामला जिले के रामानुजगंज थाना क्षेत्र स्थित ग्राम इन्दरपुर खोरी का है। यहां साल 2015 में 270 एकड़ शासकीय जमीन को फर्जी पट्टा बना कर बेचने का मामला सामने आया था। इस मामले में  34 लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया था। जांच में पता चला था की आरेापियों ने रायपुर की एक कंपनी को इस 270 एकड जमीन को एक करोड 18 लाख में बेच दिया था। आरेापियों ने बेहद शातिराना तरीके से शासकीय रिकॉर्ड में हेराफेरी करते हुए जमीन को साल 1970-71 में रायपुर की कंपनी के नाम रजिस्ट्री भी कर दिया था।

इस मामले में कई हाइप्रोफाइल लोगों का नाम सामने आने के बाद सरगुजा कमिश्नर ने इसकी जांच शुरु की और सारे रिकॉर्ड गलत पाए जाने के बाद न सिर्फ रजिस्ट्री को रद्द कर दिया बल्कि प्रशासन ने उस जमीन को वापस अपने कब्जे में ले लिया।

2015 से चल रहे इस प्रकरण में आज पहली गिरफ्तारी हुई है और कांग्रेस के दिग्गज नेता और विधायक प्रतिनिधी व्यास मुनि यादव को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने बताया की उस समय आरेापियों ने जिन ग्रामीणों के नाम पर फर्जी पट्टा बनाया था वो लोकल नहीं थे बल्कि झारखंड के रहने वाले थे। इसमें उन्हें भी आरेापी बनाया गया है। 270 एकड के शासकीय जमीन के हेराफेरी के मामले में पहली गिरफतार के बाद अब हडकंप मच गया है। वहीं पुलिस अब बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी की तैयारी में भी जुट गई है।