जगदलपुर। बस्तर के चित्रकोट विधायक दीपक बैज ने भू-राजस्व संहिता संशोधन 2017 को आदिवासियों के खिलाफ भाजपा सरकार का षड्यंत्र बताया है. उन्होंने कहा कि इस षडयंत्र को बेनकाब करने के लिए कांग्रेस जिस तरह से विधानसभा में मुखर हुई, उसी तरह से अब सड़क पर उतरकर इसके खिलाफ लड़ाई लड़ेगी.

विधायक दीपक बैज ने माहरा समाज को अनुसूचित जाति में शामिल किए जाने के मामले को वोट बैंक की राजनीति से प्रेरित बताया. उन्होंने मीडियाकर्मियों से चर्चा में कहा कि  दंतेवाड़ा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अल्ट्रा मेगा प्लांट लगाने की घोषणा की थी और नगरनार स्टील प्लांट को विनिवेशीकरण में आदिवासियों की जमीन बाधक बन रही थी, जिसके कारण इस नए कानून को बहुमत के बल पर सरकार ने पास किया है.

विधायक दीपक बैज ने कहा कि जिस तरह से लोहंडीगुड़ा में टाटा स्टील प्लांट के लिए आदिवासियों की भूमि बंदूक के बल पर ली गई है. उन्होंने कहा कि भू-राजस्व संहिता संशोधन 2017 के तहत कई अन्य प्रोजेक्ट्स के लिए आदिवासियों की भूमि सरकार जबरदस्ती ले लेगी. उन्होंने बताया कि कभी आदिवासी विकास के विरोधी नहीं रहे हैं. उन्होंने कहा कि दंतेवाड़ा जैसे क्षेत्र में सैकड़ों एकड़ भूमि एजुकेशन हब के लिए दिया गया, वो भी बिना कीमत के, लेकिन सरकार स्टील प्लांट और अन्य प्लांट लगाकर आदिवासियों की भूमि हड़प लेगी.

पदयात्रा का होगा आयोजन

विधायक बैज ने बताया कि आगामी बजट सत्र से पहले एक बार फिर जनता के बीच पदयात्रा के माध्यम से पहुंचकर जनता की समस्याओं से रू-ब-रू होकर और उसके निराकरण की दिशा में क्या किया जाए, इसकी रणनीति तैयार की जाएगी. उन्होंने कहा कि 27 दिसंबर से तोकापाल ब्लॉक के डोंगरीगुड़ा से ये पदयात्रा शुरू होगी और लोहंडीगुड़ा में 18 जनवरी को इसका समापन होगा.

पत्रकार वार्ता के दौरान विधायक दीपक बैज, जिला उपाध्यक्ष रेखचंद जैन, जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष राजीव शर्मा, उपाध्यक्ष हेमू उपाध्याय, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बलराम मौर्य मौजूद रहे.