LG Electronics IPO: दक्षिण कोरिया की एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स अपनी भारतीय इकाई का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम यानी आईपीओ लाने जा रही है. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड आईपीओ से करीब 150 मिलियन डॉलर यानी 12,582 करोड़ रुपये जुटा सकती है.

एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स ने इस आईपीओ के प्रबंधन के लिए जिन बड़े बैंकों को चुना है, उनमें बैंक ऑफ अमेरिका, सिटीग्रुप, जेपी मॉर्गन चेस एंड कंपनी और मॉर्गन स्टेनली शामिल हैं.

अगले साल 2025 की शुरुआत में आ सकता है IPO

सूत्रों के अनुसार, यह आईपीओ अगले साल 2025 की शुरुआत में आ सकता है. 100-150 मिलियन डॉलर के आईपीओ के बाद जब शेयर सूचीबद्ध होंगे, तो एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड का मूल्यांकन करीब 1300 मिलियन डॉलर हो सकता है.

कंपनी का रेवेन्यू टारगेट 75 बिलियन डॉलर है

एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स यह आईपीओ एक रणनीति के तहत ला रही है, क्योंकि कंपनी ने 2030 तक 75 बिलियन डॉलर के इलेक्ट्रॉनिक्स रेवेन्यू का टारगेट रखा है और यह कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक बिजनेस को फिर से पटरी पर लाने की कोशिशों का हिस्सा है. ये बातें कंपनी के सीईओ विलियम चो ने अगस्त में ब्लूमबर्ग टेलीविजन को दिए इंटरव्यू में कही थीं.

एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स के आईपीओ के लिए पैरेंट साउथ कोरियन कंपनी ने बैंकों का चयन कर लिया है. इसके अलावा कुछ और बैंकों का भी चयन किया जा सकता है. जानकारी के मुताबिक यह आईपीओ 100-150 मिलियन डॉलर का हो सकता है, लेकिन सूत्रों का यह भी कहना है कि अब इसमें बदलाव भी हो सकता है.

IPO के लिए कंपनी अगले महीने सेबी के पास पेपर दाखिल करेगी

इसके अलावा अभी तक इसे अगले साल लाने की बात चल रही है, लेकिन इसमें भी बदलाव हो सकता है. जानकारी के मुताबिक कंपनी इस आईपीओ के लिए अगले महीने मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास ड्राफ्ट पेपर दाखिल कर सकती है.

भारत तेजी से ग्लोबल निवेशकों को आकर्षित कर रहा है, क्योंकि यहां ग्रोथ की काफी गुंजाइश है. हुंडई मोटर भी अपनी भारतीय इकाई को यहां सूचीबद्ध करने की तैयारी कर रही है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार हुंडई का आईपीओ भारत का सबसे बड़ा आईपीओ साबित हो सकता है.